Friday, June 6, 2025

भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक आज समाप्त होने वाली है.

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नई दिल्ली:भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक का आज फैसला आने वाला है. 3 दिवसीय नीति बैठक के बाद आज रेपो रेट में कटौती की उम्मीद है. इससे आपके होम लोन की EMI में और कमी आने की संभावना है, क्योंकि बैंक दरों में कटौती का लाभ अपने उपभोक्ताओं को दे रहे हैं. अब, अगर एमपीसी तीसरी बार ब्याज दर में कटौती करती है, तो रेपो दर 6 फीसदी से कम हो जाएगी.

आरबीआई ने करीब पांच साल के अंतराल के बाद 7 फरवरी को रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती कर इसे 6.25 फीसदी कर दिया था. 2025 की पहली रेट कटौती के बाद 9 अप्रैल को एक और दर कटौती की गई – वह भी 25 आधार अंकों की.

कितनी होगी कटौती?
उद्योग जगत के कई दिग्गज रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती की उम्मीद कर रहे हैं – जो कि वर्तमान 6 फीसदी से घटकर 5.75 फीसदी हो गई जाएगी. हालांकि, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का कहना है कि आरबीआई एमपीसी लोन साइकल को फिर से सक्रिय करने और अनिश्चितताओं को संतुलित करने के लिए 50 आधार अंकों की जंबो रेट कटौती कर सकती है.

रेपो दर में कटौती से लोन दरों में कमी क्यों आती है?
रेपो रेट वह ब्याज दर है जो बैंकों को आरबीआई को तब चुकाना होता है जब वे सरकारी सिक्योरिटी के बदले लोन लेते हैं. इसलिए, जब बैंक सस्ते ब्याज पर लोन प्राप्त करने में सफल हो जाते हैं, तो वे कम दरों पर आगे भी लोन दे सकते हैं.

क्या पर्सनल लोन की दरें भी प्रभावित होंगी?
केवल वे लोन प्रभावित होंगे, जो परिवर्तनशील ब्याज दर का पालन करते हैं. इनमें होम लोन और कार लोन शामिल हैं. चूंकि पर्सनल लोन एक निश्चित ब्याज दर पर वितरित किए जाते हैं, इसलिए उनकी ब्याज दरों में कोई गिरावट नहीं आएगी. हालांकि, भविष्य के पर्सनल लोन की ब्याज दरों में कुछ बदलाव हो सकता है.

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