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Saturday, April 5, 2025

बोकारों में नियोजन को लेकर प्रदर्शन कर रहे विस्थापितों पर लाठीचार्ज में एक युवक की मौत हो गई.

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बोकारो: रोजगार की मांग को लेकर गुरुवार को बोकारो में डीजल प्रशासन का गेट जाम कर दिया गया. बोकारो स्टील प्लांट में अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके विस्थापितों और सीआईएसएफ और सुरक्षा में तैनात जवानों के बीच हुई कहासुनी और लाठीचार्ज में एक विस्थापित प्रेम की मौत हो गई. इसके बाद स्थिति बेकाबू हो गई और बोकारो पुलिस को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा.

बोकारो स्टील प्लांट में अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके विस्थापितों के लिए सीधे रोजगार या वैकल्पिक व्यवस्था की मांग को लेकर गुरुवार को विस्थापित अप्रेंटिस संघ के बैनर तले दर्जनों विस्थापित अपनी माताओं, पत्नियों और बच्चों समेत स्टील भवन गेट पर पहुंच गए. उन्होंने बीएस सिटी थाना क्षेत्र में स्टील भवन के मुख्य गेट को जाम कर दिया. उन्होंने प्लांट में जाने वाले मजदूरों समेत सड़क से गुजरने वाले दोपहिया और चार पहिया वाहनों को रोक दिया.

इस बीच पूरे दिन सीआईएसएफ, प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की और नोकझोंक की स्थिति बनी रही. विस्थापितों ने बैरिकेडिंग तोड़कर स्टील भवन में घुसने की कोशिश की. वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया. इससे पहले विस्थापितों ने उन पर लाठी से प्रहार कर दिया. इसमें दोनों पक्षों के लोग घायल हो गए. कुछ देर के लिए स्थिति शांत हो गई.

कुछ देर बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके से गुजर रही थी. विस्थापितों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी. इसके बाद पुलिस ने फिर बल प्रयोग किया और लाठीचार्ज किया. घटना में एक विस्थापित प्रेम महतो गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तुरंत इलाज के लिए बीजीएच ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मौत के बाद विस्थापितों ने बीजीएच में प्रदर्शन किया और बीजीएच का गेट जाम कर दिया.

मौत से गुस्साए विस्थापितों ने सेक्टर 4 सिटी सेंटर समेत अन्य सेक्टरों की दुकानें जबरन बंद करा दीं. अलग-अलग गुटों से जुड़े विस्थापित युवक खुली दुकानों से नाराज हो गए और दुकानदारों को तुरंत दुकानें बंद करने की चेतावनी दी.

खबर लिखे जाने तक विस्थापित लोग बीजीएच और स्टील बिल्डिंग में बैठे हुए हैं. वहीं, तीन विस्थापितों समेत कई लोगों को मामूली चोटें आई हैं. सभी का इलाज बीजीएच में चल रहा है. इस दौरान महिलाएं भी काफी आक्रोशित दिखीं. उन्होंने बोकारो स्टील की वादाखिलाफी पर अपना गुस्सा निकाला.

बढ़ते हंगामे को देखते हुए बोकारो के सभी थानों के थाना प्रभारी सक्रिय हो गए. बीएसएल प्रशासनिक भवन के पास बार-बार हो रहे विवाद को देखते हुए पुलिस अधिकारी पहुंचे.सिटी डीएसपी आलोक रंजन के नेतृत्व में सेक्टर 4 इंस्पेक्टर संजय कुमार, बीएस सिटी इंस्पेक्टर सुदामा कुमार दास, सेक्टर 12 थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र सिंह, बालीडीह थाना, हरला थाना, सेक्टर 6 थाना समेत अन्य थाना प्रभारी और जवान बड़ी संख्या में बीएसएल प्रशासनिक भवन और बीजीएच पर तैनात थे. चास सीओ दिवाकर दुबे भी बीजीएच पहुंचे और उन्होंने मृतक युवक के परिजनों से मुलाकात की.

वहीं सूचना मिलने पर बोकारो विधायक श्वेता सिंह और डुमरी विधायक जयराम महतो भी मौके पर पहुंचे. बोकारो विधायक श्वेता सिंह ने कहा कि अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके विस्थापितों अपने धरने पर बैठे थे, जिसके बाद सीआईएसएफ की ओर से उनपर हमला हुआ है, जिसमें कई बच्चों को चोटें आई हैं. वहीं एक बच्चे की मौत की भी सूचना है.

वहीं जयराम महतो ने कहा कि हमारा एक बच्चा शहीद हो गया. बीएसएल के अधिकारियों को सड़क पर निकलकर जूता-चप्पल से मारना चाहिए.

वहीं पूरे मामले पर सीआईएसएफ के डीआईजी ने बताया कि सीआईएसएफ या पुलिस के कारण युवक की मृत्यु नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि विस्थापित बिना परमिशन के प्रदर्शन करने पहुंचे थे. जिसके बाद जवानों ने उन्हें समझाने की कोशिश की. लेकिन उन्होंने जवानों पर पत्थर और लाठी फेंकना शुरू कर दिया. जिसमें कई जवानों को चोटें भी आई है. वहीं इसके बाद जवानों ने सिर्फ उन्हें पीछे खदेड़ा.

उन्होंने कहा कि 200 से 250 की संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे थे. वे पत्थर और लाठी चलाते हुए भाग रहे थे. इसी भगदड़ में उस युवक की जान गई है. इसमें सीआईएसएफ जवानो की ओर से कोई लाठीचार्ज नहीं किया गया.

बोकारो स्टील प्लांट के निर्माण के लिए जमीन देने वाले 1500 विस्थापित बेरोजगार युवकों को पिछले 10 वर्षों में बोकारो स्टील द्वारा अप्रेंटिसशिप दी गई. इस दौरान लिखित परीक्षा भी ली गई. लिखित समझौते में कई बार बोकारो स्टील में रोजगार का जिक्र किया गया. प्रबंधन द्वारा बार-बार वादाखिलाफी के खिलाफ आर-पार की लड़ाई शुरू करने के उद्देश्य से यूनियन के लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए. वे मांग कर रहे थे कि बोकारो स्टील हमें ऑफर लेटर दें.

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