बेलगावी: बेलगावी: कर्नाटक के बेलगावी में एक 15 साल की नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस गंभीर घटना में दो नाबालिग सहित कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह मामला बेलगावी जिले में एक महीने के अंदर दूसरा पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज हुआ केस है, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर लोगों में चिंता बढ़ गई है.
लड़की के साथ अपराधियों ने पहली बार पिछले साल दिसंबर में दुष्कर्म किया था, और फिर जनवरी में. माता-पिता को पता चलने पर, उन्होंने एपीएमसी पुलिस स्टेशन में सुबह शिकायत दर्ज कराई. मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस कमिश्नर ने दी जानकारी
पुलिस कमिश्नर भूषण गुलबाराव बोरासे ने मीडिया को मामले की जानकारी देते हुए कहा, आरोपी बेलगावी जिले के रहने वाले हैं, जिन्होंने 15 साल की लड़की के साथ दुष्कर्म किया. छह आरोपियों में से एक लड़की से मिला और उससे दोस्ती की. इसके बाद उसने उसे उससे मिलने के लिए बुलाया और उसे अपने साथ एक सुनसान इलाके में ले गया. वहां, छह लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया. यह घटना दिसंबर 2024 में हुई. दुष्कर्म का वीडियो रिकॉर्ड किया गया. इसके बाद उन्होंने वीडियो रख लिया और पीड़िता को ब्लैकमेल किया और जनवरी में फिर से दुष्कर्म किया.
पुलिस कमिश्नर ने कहा, कल दोपहर मामला दर्ज किया गया, और 24 घंटों के भीतर, एपीएमसी पीआई और उनकी टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. उनमें से दो नाबालिग हैं और तीन वयस्क हैं. एक व्यक्ति अभी भी लापता है, और हम उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे.
भूषण गुलबाराव बोरासे ने बताया कि, भारतीय दंड संहिता की धारा 65, 70 और पॉक्सो एक्ट की धारा 4, 6, 8 और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है. इसके तहत अधिकतम 20 साल की कैद की सजा का प्रावधान है. वे केवल आरोपी को गिरफ्तार करके मामले को खत्म नहीं करेंगे. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आरोपी को 20 साल से ज़्यादा की सजा मिले. इस सिलसिले में हमारी पुलिस और फॉरेंसिक साइंस लैब की टीम वैज्ञानिक जांच करेगी. हम इसके आधार पर आरोप पत्र पेश करेंगे.
एक महीने में दो पॉक्सो मामले
बेलगावी शहर में एक महीने के अंदर दो पॉक्सो के मामले दर्ज हुए हैं. 12 मई को तिलकवाड़ी पुलिस स्टेशन में पॉक्सो का मामला दर्ज किया गया था. अब 31 मई को शहर के एपीएमसी स्टेशन में एक और मामला दर्ज किया गया है. यह चिंता की बात है कि दोनों मामलों में नाबालिग शामिल हैं. इसने माता-पिता के बीच चिंता पैदा कर दी है.