मंत्री इरफान अंसारी ने भाजपा विधायक सीपी सिंह द्वारा एक युवक को आईएसआईएस से जोड़ने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने सीपी सिंह की भाषा को जहरीली बताते हुए इसे ओछी राजनीति और मानसिक दिवालियापन का प्रमाण बताया। अंसारी ने कहा कि धर्म विशेष को निशाना बनाना गलत है और सीपी सिंह को नफरत फैलाने की राजनीति बंद करनी चाहिए।
झारखंड में एक युवक द्वारा इंटरनेट मीडिया पर टिप्पणी के विरुद्ध रांची के भाजपा विधायक सीपी सिंह के एक्शन पर राज्य सरकार के मंत्री डा. इरफान अंसारी ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि युवक की गलती को आइएसआइएस से जोड़ना गलत है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सीपी सिंह की जुबान जहरीली है। ऐसा करना ओछी राजनीति और मानसिक दिवालियापन का प्रमाण है। उल्लेखनीय है कि सीपी सिंह ने उक्त युवक के विरुद्ध शिकायत की है।
मंत्री ने कहा कि अगर सीपी सिंह के पास सबूत है तो कानून को सौंपना चाहिए, लेकिन धर्म विशेष, मौलवियों और मदरसों को बदनाम करने का ठेका उन्हें किसने दिया है? यह समाज को बांटने की राजनीति है
सवाल उठाया कि बार-बार मुसलमानों की देश के प्रति निष्ठा पर सवाल उठाना ही सीपी सिंह का राष्ट्रवाद है? उन्होंने चुनौती दी कि सीपी सिंह यह प्रमाणित करें कि युवक देशविरोधी संगठन से जुड़ा है।
सीपी सिंह को सोचना चाहिए कि उस मासूम मां पर क्या बीत रही है, जिसके बच्चे पर उन्होंने आरोप लगाया है। विधायक को कानून पर भरोसा रखते हुए नफरत फैलाना बंद करना चाहिए।