बिहार सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में आंतरिक संसाधनों से राजस्व बढ़ाने पर जोर दिया है ताकि विकास कार्यों के लिए फंड की कमी न हो.
बिहार सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के बजट में अपने खजाने को भरने के लिए सभी जिलों के जिलाअधिकारियों को आदेश भेजा था. सरकार ने इस साल आंतरिक स्रोतों और संसाधनों से खजाने में 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपये जुटाने के लिए राज्य के 38 जिलों को अलग-अलग टारगेट दिया हैं. सरकार ने निर्देश दिया है कि 31 मार्च तक सभी जिलों से जुटाई गई रकम को राजकीय कोष में जमा कर दिया जाए. इस कड़ी में भागलपुर के जिलाधिकारी (डीएम) डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि भागलपुर जिला इस लक्ष्य को पूरा करने में अच्छी प्रगति कर रहा है. जिले से जुटाई गई राशि को जल्द ही राज्य के खजाने में जमा कर दिया जाएगा.
DM ने दी अहम जानकारी
मीडिया से बात करते हुए डीएम नवल किशोर ने कहा कि भागलपुर में राजस्व संग्रह के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. हमने आंतरिक संसाधनों पर बैठक की है और हर तीन दिन में सभी विभागों से रिपोर्ट मंगा है. इसके लिए एक समयसीमा भी तय की गई है. भागलपुर जिले में राजस्व संग्रह में अच्छी प्रगति हुई है. उन्होंने खास तौर पर ट्रांसपोर्ट, कॉमर्शियल टैक्स, माइनिंग और रजिस्ट्री जैसे विभागों का जिक्र किया, जहां से अच्छी राशि जुटाई गई है. इसके अलावा, नगर निगम और नगर निकायों से भी राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी देखी गई है.
आंकड़ों का खुलासा करने से इंकार
चौधरी ने कहा, “हमारा जिला राजस्व संग्रह के मामले में अच्छी स्थिति में है. सभी विभागों ने मिलकर बेहतर प्रदर्शन किया है.” हालांकि, उन्होंने अभी कोई ठोस आंकड़ा देने से मना कर दिया. उन्होंने कहा, “ठोस आंकड़ा अभी नहीं बता सकता, लेकिन हम अच्छी स्थिति में हैं.”बिहार सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में आंतरिक संसाधनों से राजस्व बढ़ाने पर जोर दिया है ताकि विकास कार्यों के लिए फंड की कमी न हो.