नालंदा जिले के कादी बीघा गांव में दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां सात साल की मासूम की तालाब में डूबकर मौत हो गई. पोती की मौत की खबर सुनने के महज 12 घंटे बाद उसके दादा ने भी सदमे में दम तोड़ दिया. एक ही दिन में परिवार ने दो लोगों को खो दिया, जिससे गांव में मातम पसरा है.
Bihar News: बिहार के नालंदा जिले के कादी बीघा गांव में सोमवार की सुबह एक साथ दादा-पोती की अर्थी उठी तो पूरा गांव गमगीन हो गया. सात साल की मासूम शिवानी कुमारी की तालाब में डूबने से हुई मौत का सदमा उसके दादा कारू रविदास सह नहीं सके और पोती की मौत की खबर सुनने के 12 घंटे के भीतर उन्होंने भी दम तोड़ दिया.
यह दर्दनाक घटना भागन बीघा ओपी क्षेत्र के अंतर्गत सामने आई है. परिजनों के अनुसार रविवार की दोपहर शिवानी खेलने के लिए घर से निकली थी. इसी दौरान तालाब के पास वह हाथ-पैर धोने के क्रम में फिसल गई और डूब गई. देर शाम तक जब वह घर नहीं लौटी तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की, जिसके बाद काली मंदिर के पास स्थित तालाब से उसका शव बरामद हुआ.
पोती की मौत की खबर सुनते ही गहरे सदमे में चले गए
इधर, शिवानी के दादा कारू रविदास बिहार शरीफ के एक निजी अस्पताल में पहले से भर्ती थे. पोती की मौत की खबर जैसे ही उन्हें दी गई, वे गहरे सदमे में चले गए और सोमवार की सुबह उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली.
शिवानी के पिता संटू रविदास ईंट भट्ठा पर मजदूरी कर परिवार चलाते हैं. उनकी जिंदगी में यह दोहरा वज्रपात हुआ है. सोमवार को पूरे गांव की आंखें नम थीं जब मासूम शिवानी और उसके दादा की अर्थियां एक साथ उठीं. दोनों का अंतिम संस्कार बाढ़ के उमानाथ घाट पर किया गया.
पुलिस ने दर्ज किया यूडी केस
पुलिस ने इस मामले में यूडी केस दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराया है. प्रशासन की ओर से परिजनों को आर्थिक सहायता भी दी गई है. स्थानीय बीडीओ ने 20 हजार रुपये का पारिवारिक लाभ राशि सौंपा है, और आपदा राहत के तहत अतिरिक्त सहायता देने की प्रक्रिया चल रही है.