बिहार में एक शख्स संतान के लिए अंधविश्वास के चक्कर में पड़ गया. उसने गांव के बुजुर्ग की हत्या कर होलिका में जला दिया.
भले ही मानव चांद से लेकर आसमान तक अपने पंख पसार रहा है लेकिन बिहार के औरंगाबाद में नरबलि जैसा अंधविश्वास आज भी जारी है. अंधविश्वास भी ऐसा की नरबलि देखकर संतान प्राप्ति की कामना की जा रही है. मामला जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के बंगरे गांव का है. जहां एक 65 वर्षीय बुजुर्ग युगल यादव की बलि दे दी गई. धड़ को होलिका में जला दिया.
औरंगाबाद में नरबलि: दरअसल, होलिका दहन की राख में मृतक की अधजली हड्डी मिली. इसकी सूचना ग्रामीणों ने मदनपुर थाना को दी. पुलिस एफएसएल की टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंची और सैंपल जमा किया. बताया जाता है कि ओझा-गुणी के चक्कर में तांत्रिक से मिलकर कुछ लोगों ने युगल यादव की गर्दन काट कर हत्या कर जलती होलिका में धड़ को जला दिया और सिर को गेहूं के खेत में गाड़ दिया.

होलिका के दिन हो गए थे गायब: घटना की खुलासा करते हुए एसपी अम्बरीष राहुल ने बताया कि मदनपुर थाना क्षेत्र के गुलाब बिगहा गांव के रहने वाले युगल यादव 13 मार्च होलिका दहन के लिए साइकिल पर सवार होकर घर से निकले थे. उसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चल रहा था. 6 दिन बीत जाने के बाद भी जब वह वापस घर नहीं लौटे तो उनके परिजनों ने थाने में इसकी सूचना दी.
पूछताछ में अहम सुराग मिला: मदनपुर थाने को मृतक के भाई राजाराम यादव ने सूचना दी कि जलवन गांव के आहर के पास युगल यादव की एक जोड़ी चप्पल और उससे कुछ दूरी पर होलिका दहन वाली जगह से हड्डी देखी गई है. यह सम्भवतः उनके भाई की ही है. पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरू की पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे. निशानदेही पर नरमुंड और हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिया गया है.
तांत्रिक के कहने पर की दी हत्या: एसपी अम्बरीष राहुल ने घटना के सम्बंध में बताया कि इस “कत्ल का राज नरबलि के रूप में खुला है. थाना क्षेत्र के गुलाब बिगहा गांव निवासी सुधीर पासवान संतान नहीं था. वह झाड़फूंक करने वाले गांव के ही तांत्रिक रामाशीष से मिला. जहां उसने भरोसा दिलाया कि संतान होगा. इसके लिए उसने नरबलि की बात कही. तांत्रिक द्वारा नरबलि की बात पर इन लोगों ने मिलकर 60 वर्षीय युगल यादव की हत्या कर दी.”
जांच के लिए एसआईटी गठन किया: एसपी अम्बरीष राहुल ने बताया कि इस सम्बंध में औरंगाबाद सदर एसडीपीओ 2 अमित कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था. अनुसंधान के क्रम में मदनपुर थाना के पुलिस जब होलिका दहन वाले स्थान पर पहुंची तो अपहृत व्यक्ति का चप्पल और हड्डी बरामद हुआ. डॉग स्क्वाड खून निशान और बरामद हड्डी वाले स्थान होते हुए संदिग्ध व्यक्ति रामाशीष भुइयां के घर पर जा बैठ गया..
मुख्य आरोपी फरार: रामाशीष भुइयां घर पर मौजूद नहीं था. घर पर उनका साला धर्मेंद्र भुइयां मौजूद था. जिसे पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की. पूछताछ के क्रम में धर्मेंद्र ने सारा राज खोल दिया. फिर पुलिस ने एक-एक कर घटना में शामिल 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. जबकि मुख्य आरोपी पूर्णडीह निवासी रामाशीष अभी फरार है. मामले में गिरफ्तार अभियुक्त सुधीर पासवान उम्र 33 वर्ष, नन्हकू उर्फ संजीत कुमार उम्र 19 वर्ष, कारू भुइयां रौशन कुमार उम्र 18 वर्ष, धर्मेंद्र भुइयां 48 वर्ष और एक विधि विरुद्ध किशोर है.

सभी ने गुनाह कबूला: एसपी ने बताया कि विधि विरूद्ध किशोर से पूछताछ की गई तो बताया कि मृतक का गर्दन काटकर गेहूं के खेत में दफना दिया गया था. जबकि धड़ को होलिका दहन में जला दिया गया था. पुलिस ने दफनाए गए सिर को बरामद कर एफएसएल टीम के द्वारा डीएनए और बोन टेस्टिंग के लिए पटना भेजा दिया है. एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान सभी अभियुक्तों ने गुनाह कबूल कर लिया है