बिहार STF की गाड़ी मध्यप्रदेश के रतलाम में पलट गयी. हादसे में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी जिसमें एक सब इंस्पेक्टर और एक जवान शामिल हैं. एसटीएफ की टीम गुजरात के सूरत में सोना तस्करों को पकड़ने के लिए जा रही थी.
बिहार एसटीएफ (Bihar STF) की गाड़ी मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में हादसे का शिकार बन गयी और दो पुलिसकर्मियों की मौत इस हादसे में हो गयी. सोना तस्करों को पकड़ने के लिए एसटीएफ की टीम गुजरात के सूरत जा रही थी लेकिन रास्ते में ही रतलाम जिले के ओद्यौगिक थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे पर पलट गयी. मृतकों में एसटीएफ के सब-इंस्पेक्टर मुकुंद मुरारी और सिपाही विकास कुमार हैं.
रतलाम में पलटी एसटीएफ की स्कॉर्पियो
सोना तस्करों को पकड़ने सूरत जा रही एसटीएफ की गाड़ी अचानक रास्ते में ही असंतुलित होकर हाइवे पर पलट गयी. दरअसल, सोना तस्कर को पकड़ने जा रही एसटीएफ की टीम जिस गाड़ी में सवार थी वो रास्ते में रतलाम के ईसरथूनी के पास अनियंत्रित हुई. एसटीएफ की स्कॉर्पियो हाइवे पर पलट गयी. कई बार पलटी मारने से गाड़ी में सवार दो जवानों की मौत हो गयी जबकि अन्य जख्मी हैं.
दो पुलिसकर्मियों की गयी जान
दो पुलिसकर्मी मुकुंद मुरारी और विकास कुमार ने दम तोड़ दिया जबकि इस हादसे में सिपाही जीवधारी कुमार, मिथिलेश पासवान, रंजन कुमार और संतोष कुमार गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं. आनन-फानन में उन्हें इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया.
भागलपुर में थानेदार रह चुके थे मुकुंद मुरारी
जानकारी मिली तो एसटीएफ के तीन डीएसपी को फौरन इंदौर भेजा गया. मुकुंद मुरारी और विकास कुमार एसओजी में तैनात थे. मुकुंद मुरारी बख्तियारपुर के रहने वाले थे और भागलपुर के तिलकामांझी थाने के थानाध्यक्ष भी रह चुके थे. वो दो दिन पहले ही अपने घर आए थे और वहां से लौटने के बाद सूरत के लिए रवाना हुए थे.
जवान विकास ने हाल में ही पिता का किया था श्राद्ध
हादसे में जान गंवाने वाले जवान विकास कुमार जहानाबाद के रहने वाले थे. एक महीने पहले ही उनके पिता का भी निधन हुआ था. पिता का श्राद्ध कर्म संपन्न करने के बाद वो कुछ दिन पहले ही ड्यूटी पर वापस लौटे थे. अपने घर के वो इकलौता चिराग थे जो इस हादसे में बुझ गया. उनके दो बच्चे हैं.