Saturday, June 7, 2025

बिहार के स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों का आधार कार्ड बनवाना अनिवार्य, अपार आईडी न हुई तो फंसेगा मामला

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स्कूलों में जिन बच्चों का आधार कार्ड होगा उन्हीं बच्चों की आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार आइडी) जनरेट हो पाएगी। ऐसे में विद्यालयों में नामांकित बच्चों का आधार कार्ड होना अनिवार्य है। एक से 12वीं में नामांकित 10 लाख 23 हजार बच्चों में से अब तक पांच लाख छह हजार बच्चों की ही अपार आइडी जनरेट हो पाई है।

पटना। स्कूलों में नामांकित बच्चों का आधार कार्ड होना अनिवार्य है। जिन बच्चों का आधार कार्ड होगा, उन्हीं बच्चों की “आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री “(अपार आईडी) जनरेट हो पाएगी। शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुसार सरकारी एवं निजी स्कूलों को कक्षा एक से 12वीं तक में नामांकित बच्चों का आधार कार्ड के साथ-साथ अपार आइडी होना अनिवार्य है।

जिले के सरकारी व निजी स्कूलों में कक्षा एक से 12वीं में नामांकित 10 लाख, 23 हजार बच्चों में से अब तक पांच लाख, छह हजार बच्चों की ही अपार आइडी जनरेट हो पाई है। शिक्षा विभाग के बार-बार निर्देश बाद भी जिले के स्कूलों में बच्चों ने पिछले (जनवरी से मार्च) तीन माह में तीन लाख, 20 हजार का आधार कार्ड बनाया पाया है। 

केंद्र पर जाकर आधार कार्ड बनावा रहे हैं

विभाग ने तीन माह में चार लाख, 40 हजार बच्चों का आधार कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा था। माना जा रहा है कि शिक्षा विभाग ने तकनीकी कारणों से जिले के स्कूलों में बनाए गए आधार कार्ड बनाने पर रोक लगा दी है। इसके कारण बच्चों का आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया धीमी पड़ गई है। हालांकि, इच्छुक विद्यार्थी जिले के विभिन्न आधार केंद्र पर जाकर आधार कार्ड बनावा रहे हैं। विभाग की ओर से जुलाई में फिर से आधार केंद्र खोले जाने की संभावना है।

  • तीन माह में इतने बच्चों का बना आधार कार्ड
  • माह- इतने बच्चों का आधार कार्ड- लक्ष्य
  • जनवरी- 1,01,887- 1,39,887
  • फरवरी- 1,07,284- 1,47,284
  • मार्च- 1,11,378- 1,51,378

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