आत्महत्या व सड़क दुर्घटना में मंगलवार को हुई थी युवकों की मौत. इधर बिना पोस्टमार्टम शव ले जाने से एसएनएमएमसीएच की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं.
धनबाद.
अलग-अलग घटनाओं में दो युवकों की हुई मौत के बाद परिजनों द्वारा बिना पोस्टमार्टम कराये एसएनएमएमसीएच से शव ले जाने का मामला प्रकाश में आया है. मंगलवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले फिरदौस हसन (22 वर्ष) व भूदा में हुई सड़क दुर्घटना में धनसार थाना क्षेत्र के मनईटांड़ माड़ी गोदाम निवासी अमन कुमार रवानी (21 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गये थे. दोनों को इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच की इमरजेंसी में लाया गया था. यहां जांच के बाद चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद मंगलवार की आधी रात बिना किसी को सूचना दिये दोनों के परिजन बिना पोस्टमार्टम कराये शव को अपने साथ ले गये. बुधवार की सुबह ओडी रजिस्टर की जांच करने पहुंची सरायढेला पुलिस को मामले की जानकारी मिली.
सुरक्षा को लेकर उठने लगे सवाल
बिना पोस्टमार्टम कराये शव को ले जाने के मामले में अस्पताल की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल उठने लगा है. नियमानुसार आत्महत्या करने व सड़क हादसे में मृत लोगों के शव का पोस्टमार्टम कराना कानूनन अनिवार्य है. इसका विरोध करने पर कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान है.
पूर्व में बिना पोस्टमार्टम कराये शव ले जाने की चल रही जांच
पूर्व में मारपीट की घटना में बोकारो के युवक की मौत के बाद बिना पोस्टमार्टम कराये शव ले जाने के मामले की जांच चल रही है. एक अगस्त 2023 को सेक्टर चार थाना क्षेत्र स्थित सिटी सेंटर में कुछ अज्ञात युवकों ने सूरज कुमार रवानी के पेट में बियर की बोतल से हमला कर दिया था. उसे एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया था. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. इसके बाद शव को बिना पोस्टमार्टम के ही रिलीज कर दिया गया. मामले की जांच बोकारो पुलिस कर रही है