बिहार के गोपालगंज में बाबा बागेश्वर की हनुमंत कथा चल रही है. यह कथा 10 मार्च तक होनी है. इसी बीच पंडित धरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हिन्दू राष्ट्र वाले बयान पर राजनीति गर्म हो गई है. कांग्रेस विधायक ने बाबा बागेश्वर पर पलटवार किया है
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों बिहार के गोपालगंज में हैं. वह यहां 10 मार्च तक रहने वाले हैं. 6 मार्च से गोपालगंज के राम जानकी मठ में उनके द्वारा हनुमंत कथा का आयोजन किया गया है. बागेश्वर बाबा के बिहार आने से राजनीतिक गलियारों में भी खूब बयानबाजी हो रही है. एक तरफ आरजेडी बाबा के कार्यक्रम को बीजेपी का एजेंडा बता रहा है. तो वहीं दूसरी तरफ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हिंदू राष्ट्र वाले बयान को लेकर कांग्रेस भी हमलावर हो गई है. भागलपुर से कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि किस तरह हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं, देश की आजादी के लिए हिंदू, मुस्लिम सिख, ईसाई सभी ने कुर्बानियां दी हैं
जनता आपको माफ नहीं करेगी’
कांग्रेस विधायक ने आगे कहा,” धीरेंद्र शास्त्री देश की जनता आपको माफ नहीं करेगी. अपने वचन को सुधारिये. सबको साथ लेकर चलिए. मैं भी हिंदू हूं मेरा भी धर्म सनातन है, लेकिन कभी हमने बांटने का काम नहीं किया. बाटंने का काम करेंगे तो देश की जनता आपको माफ नहीं करेगी. विधायक अजीत शर्मा ने आगे कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर धीरेंद्र शास्त्री इस तरह के बयान दे रहे हैं. शास्त्री जी क्या हैं अभी नए-नए आये हैं और प्रवचन दे रहे हैं, हिंदू राष्ट्र बनाने का. उन्होंने यह भी कहा कि मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहूंगा कि जो भी दूसरे देश के भारत आए हैं उन्हें शरण देने का काम कीजिए.”
क्या बोले थे धीरेंद्र शास्त्री?
दरअसल, गोपालगंज के रामजानकी मठ में हनुमंत कथा के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदू एकता को देश के लिए जरूरी बताया. उन्होंने कहा, “ अगर हम एकजुट होकर रहेंगे तो कोई भी हमें तोड़ नहीं पाएगा. हिंदू अगर अकेले रहेंगे तो टूट जाएंगे, लेकिन अगर वे एकजुट होकर रहेंगे तो उन्हें कोई तोड़ नहीं सकता. मैं किसी पार्टी का प्रचारक नहीं बल्कि हिंदुत्व का विचारक हूं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं हम संविधान के खिलाफ हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. हम संविधान का सम्मान करते हैं. संविधान में 125 से ज्यादा बार संशोधन हो चुका है, अगर जरूरत पड़ी तो हिंदू राष्ट्र के लिए संविधान में संशोधन किया जाएगा.”