बिहार में बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे को देखते हुए नवादा के सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील में अंडा देने पर रोक लगा दी गई है. अब बच्चों को अंडे की जगह फल मिलेगा. प्रशासन ने एहतियातन यह फैसला लिया है, ताकि बच्चों के स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव न पड़े.
बिहार में बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. नवादा जिले के सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील के तहत मिलने वाले अंडे पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. अब बच्चों को अंडे की जगह केला या सेब दिया जाएगा. यह निर्णय निदेशक मध्याह्न भोजन साहिला के निर्देश पर लिया गया है.
अंडे की जगह अब मिलेगा फल
मिड-डे मील के डीपीओ मो. मजहर हुसैन ने बताया कि यह प्रतिबंध तब तक जारी रहेगा जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते. अब हर शुक्रवार को छात्रों को 100 ग्राम केला या सेब दिया जाएगा. जिले के 1632 सरकारी स्कूलों में इस बदलाव का असर पड़ेगा, जहां करीब तीन लाख बच्चे मिड-डे मील के लाभार्थी हैं.
पटना, जहानाबाद और भागलपुर में मिले बर्ड फ्लू के केस
राज्य सरकार ने सतर्कता बढ़ाते हुए बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए विशेष कदम उठाए हैं. पटना, जहानाबाद और भागलपुर जिलों में पक्षियों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, जिसके बाद नवादा में भी 500 पक्षियों के स्वाब सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं.
बर्ड फ्लू को लेकर सरकार का अलर्ट
केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने बिहार समेत सभी राज्यों को बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया है. लोगों को अंडे और चिकन के सेवन से बचने की सलाह दी गई है. स्वास्थ्य विभाग भी हालात पर नजर बनाए हुए है और संभावित संक्रमण को रोकने के लिए हरसंभव उपाय कर रहा है.
मिड-डे मील मेन्यू में बड़ा बदलाव
पहले शुक्रवार को मांसाहारी छात्रों को उबला हुआ अंडा और शाकाहारी छात्रों को फल दिया जाता था. अब यह नियम बदल दिया गया है और सभी बच्चों को फल ही दिया जाएगा. सरकार ने साफ किया है कि बच्चों की सेहत सर्वोपरि है, इसलिए यह फैसला पूरी सतर्कता के साथ लिया गया है