
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दे रहे हैं. अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा,मेरे लिए ये बहुत बड़ा सौभाग्य है कि देश की जनता ने मुझे 14वीं बार इस जगह पर राष्ट्रपति के संबोधन का आभार व्यक्त करने का अवसर दिया है. इसलिए मैं जनता-जनार्दन का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं और सदन में इस चर्चा में जिन-जिन लोगों ने हिस्सा लिया व चर्चा को समृद्ध किया उन सबका भी मैं आभार व्यक्त करता हूं.
पीएम मोदी ने कहा कि, जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर अपना मनोरंजन करते रहते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी. मैं उनका गुस्सा समझ सकता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि, हमारे देश में एक प्रधानमंत्री हुआ करते थे, जिन्होंने कहा था कि दिल्ली से एक रुपया निकलता है, तो गांव तक सिर्फ 15 पैसा ही पहुंचता है. उस समय, पंचायत से पार्लियामेंट तक एक ही पार्टी का राज था. देश ने हमें अवसर दिया, हमने समाधान खोजने का प्रयास किया। हमारा मॉडल है- बचत भी विकास भी, जनता का पैसा, जनता के लिए.
- पीएम मोदी ने कहा, हमने गरीब को झूठे नारे नहीं, सच्चा विकास दिया है. गरीब का दुख, सामान्य मानवी की तकलीफ, मिडिल क्लास के सपने ऐसे ही नहीं समझे जाते हैं, इसके लिए जज्बा चाहिए. मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि कुछ लोगों में ये है ही नहीं.
- फूस की और प्लास्टिक की कच्ची छत के नीचे जीवन गुजारना कितना मुश्किल होता है. कुछ ऐसे पल भी होते हैं, जब सपने रौंद दिए जाते हैं और ये हर कोई नहीं समझ सकता है. अब तक गरीबों को 4 करोड़ पक्के घर मिले हैं. जिसने उस जिंदगी को जिया है, उसे समझ होती है कि पक्की छत वाला घर क्या होता है. पीएम मोदी ने कहा कि, आजकल सोशल मीडिया में ज्यादा ही चर्चा है,कुछ लोगों का फोकस जकूजी और स्टाइलिश शॉवर है… मगर हमारा फोकस गरीबों पर है.
- राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हु पीएम एमोदी ने कहा, पहले अखबारों की हेडलाइन हुआ करती थी- इतने लाख के घोटाले… 10 साल हो गए, घोटाले न होने से देश के लाखों करोड़ रुपये बचे हैं, जो जनता जनार्दन की सेवा में लगे हैं. हमने जो अलग-अलग कदम उठाए, उनसे लाखों-करोड़ रुपये की बचत हुई, लेकिन उन पैसों का उपयोग हमने ‘शीशमहल’ बनाने के लिए नहीं किया, उन पैसों का उपयोग हमने देश बनाने के लिए किया है.