प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भागलपुर के सुल्तानगंज से एक व्यक्ति ने वॉट्सएप के माध्यम से धमकी दी जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पीएम मोदी दो दिवसीय बिहार दौरे पर हैं जहां उन्होंने पटना में रोड शो किया और बिक्रमगंज में जनसभा करेंगे। इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और मामले की जांच कर रही हैं।
भागलपुर। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वॉट्सएप मैसेज भेज जान से मारने की धमकी देने वाला युवक भागलपुर के सुल्तानगंज से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार युवक सुल्तानगंज थानाक्षेत्र के महेशी गांव के कुमार शरद रंजन का 35 वर्षीय पुत्र समीर रंजन है।
भागलपुर के एसएसपी हृदय कांत ने इंटेलिजेंस अधिकारियों की सूचना पर तुरंत डीएसपी चंद्रभूषण, इंस्पेक्टर सुल्तानगंज मृत्युंजय कुमार और तकनीकी सेल को लगाया। चार घंटे की मशक्कत बाद धमकी देने वाले समीर को गिरफ्तार कर लिया गया।
समीर ने जिस नंबर का उपयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी को धमकी देने के लिए किया था, उसका सत्यापन जब एसएसपी ने तकनीकी सेल से कराया तो वह 71 वर्षीय बुजुर्ग मंटू चौधरी के नाम का निकला।
तब तकनीकी सेल ने थोड़ी देन की पूछताछ बाद आखिरकार समीर रंजन तक पहुंच गई। एसएसपी स्वयं गिरफ्तारी होने तक मानीटरिंग करते रहे। आरोपित समीर को गिरफ्तार कर सुल्तानगंज थाने में कड़ी सुरक्षा घेरे में रखा गया है। वहां इंटेलिजेंस अधिकारियों की टीम पूछताछ कर रही है।
कोविड में छूट गई थी समीर की नौकरी
बीसीए पास समीर रंजन कोविड के पहले नौकरी कर रहा था। कोविड में उसकी नौकरी छूट गई थी। तब से वह कहीं स्थिर नहीं रह रहा था। बुधवार को वॉट्सएप मैसेज भेज उसने पीएमओ के अधिकारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए धमकी भरा मैसेज भेजाथा। जिसकी जांच के लिए एनआईए, इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारियों ने भागलपुर के एसएसपी हृदय कांत से संपर्क साधा था।
गुरुवार की देर शाम तक भागलपुर पुलिस ने धमकी भरे मैसेज भेजने वाले का सत्यापन कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बुजुर्ग मंटू चौधरी को सत्यापन के तुरंत बाद मुक्त कर दिया जिनके नाम से सिम जारी हुआ था।
साच घंटों मशक्कत बाद आखिरकार समीर रंजन को गिरफ्तार करने में कोविड के पहले वह बीसीए की डिग्री पर नौकरी कर रहा था, कोविड में रोजगार छिन गया था।