पाकुड़ : जिले के अमरापाड़ा प्रखंड स्थित पचुवाड़ा नोर्थ एवं सेन्ट्रल कोल ब्लॉक में कोयला उत्खनन एवं परिवहन करने वाली बीजीआर एवं डीबीएल कोल कंपनियों के खिलाफ वाहन मालिकों ने मोर्चा खोल दिया है. वाहन मालिक मालभाड़ा बढ़ाने की मांग को लेकर कोयला परिवहन को बाधित कर एवं अपने वाहनों को खड़ा कर कंपनी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की रणनीति बना रहे हैं.
दर्जनों वाहन मालिकों ने बताया कि कोयला कंपनी दिलीप बिल्डकॉन एवं बीजीआर की मनमानी के कारण वाहन मालिकों को दो वर्षों से अधिक समय से घाटा हो रहा है. पिछले तीन वर्षों से कोल कंपनी वाहन मालिकों को 300 रुपये प्रति टन की दर से भाड़ा दे रही है. जब सभी वाहन मालिकों ने इस मुद्दे पर कोल कंपनी से बात की तो आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही भाड़ा बढ़ा दिया जाएगा , लेकिन कंपनी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. अमरापाड़ा से लोटामारा रेलवे साइडिंग तक परिवहन के दौरान सड़क जाम एवं खराब सड़क के कारण ट्रांसपोर्टरों एवं वाहन मालिकों को भारी घाटा हो रहा है.
वाहन मालिकों ने बताया कि जब तक कंपनी द्वारा किराया वृद्धि को लेकर कोई पहल नहीं की जाती है तब तक सभी वाहन मालिकों ने अपने वाहनों को रोक कर रखा है. बताया गया कि यदि किराया नहीं बढ़ाया गया तो सभी वाहन मालिक दोनों कोल कंपनियों के खिलाफ आंदोलन करेंगे.
कोयला परिवहन में बाधा डालने और वाहन मालिकों द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में बीजीआर के जनसंपर्क अधिकारी संजय बेसरा ने कहा कि हमें नहीं पता कि वाहन मालिकों ने कोयला परिवहन में बाधा क्यों डाली है. कंपनी के वरीय अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. इस मामले में कोल कंपनी डीबीएल के अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.