पटना सिटी. बारिश के पानी में नहाने के दौरान गंगा तट पर पहुंचे पांच किशोर जब गंगा स्नान के लिए पानी में उतरे, तो दो किशोर डूब गये, जबकि तीन बच गये.
पटना ;बारिश के पानी में नहाने के दौरान गंगा तट पर पहुंचे पांच किशोर जब गंगा स्नान के लिए पानी में उतरे, तो दो किशोर डूब गये, जबकि तीन बच गये. किशोर के डूबने की घटना सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के घघा घाट बालू घाट पर शुक्रवार की दोपहर हुई है. सूचना मिलते ही मौके पर सुल्तानगंज थाना की पुलिस पहुंची. इसके बाद पुलिस ने एसडीआरएफ और गोताखोर राजेंद्र साहनी, आशुतोष साहनी, संदीप साहनी समेत अन्य गोताखोरों की मदद से डूबे दोनों किशोर के शव की खोजबीन करायी, लेकिन सफलता नहीं मिली. सुल्तानगंज थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि शनिवार को भी एसडीआरएफ की मदद से गंगा में सर्च ऑपरेशन चलाया जायेगा.
बारिश में खेल रहे थे दोस्त, भिगने पर गये थे नहाने
घटना के संबंध में परिजनों व मुहल्ले के लोगों ने बताया कि घघा घाट बालू घाट मुहल्ला निवासी मुन्ना राय का पुत्र 11 वर्षीय आयुष कुमार और संजय महतो का पुत्र 15 वर्षीय सुजल कुमार चार पांच दोस्तों के साथ बारिश के दौरान पानी में खेल रहे थे. बारिश में भीगने के बाद पांचों दोस्त गंगा तट पर पहुंच गये. जहां गंगा स्नान के लिए पानी में उतरे. इसमें क्रम में आयुष और सुजल गहरे पानी में नहाने को बढ़ा. ऐसे में दोनों डूब गये. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दोस्तों को डूबते देख बाकी तीन दोस्त पानी से निकले और भागते हुए परिजनों को सूचना दी. इसके बाद परिवार व मुहल्ले के लोग भी गंगा तट पर पहुंचे और खोजबीन की. डूबे सुजल के पिता संजय महतो लिट्टी, कचरी और फोचका, गुपचुप की दुकान लगाते हैं. परिजनों ने बताया कि तीन भाई में सुजल सबसे बड़ा था. एक बहन है. सुजल दवा दुकान में काम करता था. बारिश की वजह से काम पर नहीं गया था. सूर्य नारायण मंदिर के समीप ही रहने वाले पशु पालक मुन्ना राय के पुत्र आयुष दो भाई और एक बहन हैं. आयुष सबसे बड़ा था. मामा रविंद्र कुमार ने बताया कि वह निजी स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ता था.
घर से घाट तक मचा कोहराम
दोनों दोस्त के डूबने की खबर के बाद गंगा तट से लगभग दो सौ मीटर की दूरी पर स्थित घर व मुहल्ले में कोहराम मच गया. मुहल्ले में मची अफरा-तफरी के बीच परिजनों को सूचना मिली, तो वो भी गंगा तट की ओर दौड़े. काफी संख्या में मुहल्ले के लोग गंगा तट पर पहुंच गये. इसी बीच सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोर व एसडीआरएफ को बुला कर गंगा तट पर शवों को निकालने की कवायद शुरू हुई. सूचना के बाद पहुंची टीम ने शव को निकालने का ऑपरेशन शुरू किया. हालांकि अभियान के दौरान कामयाबी नहीं मिली. गोताखोर राजेंद्र साहनी, मुन्ना साहनी और बबलू साहनी ने बताया कि पानी में करेंट और गहरा अधिक होने की वजह से दोनों के शव का पता नहीं चल सका है.