सिक्किम के ऊंचाई वाले इलाकों में करीब एक हजार पर्यटक फंस गए हैं, जबकि 1500 को रेस्क्यू किया गया है.
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमले के बाद वहां पर्यटकों को निकालने के लिए जारी प्रयासों के बीच सिक्किम के ऊंचाई वाले इलाकों में करीब एक हजार लोग फंस गए हैं, जबकि 1500 से अधिक पर्यटकों को रेस्क्यू किया गया है.
इस संबंध में एक वरिष्ठ जिला पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि उत्तरी सिक्किम के दो उच्च ऊंचाई वाले हिल स्टेशनों लाचेन और लाचुंग में करीब 1 हजार पर्यटक गुरुवार को हुई भूस्खलन के कारण फंसे हुए हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मंगन के पुलिस अधीक्षक (SP) सोनम देचू भूटिया ने बताया कि भूस्खलन के कारण सड़क पर फंसे करीब 1500 से अधिक पर्यटकों को गुरुवार रात को पास के गांवों में ठहराया गया और शुक्रवार को उन्हें रेस्क्यू लिया गया.
स्थानीय ग्रामीणों ने की मेजबानी
रेस्क्यू किए गए लोगों ने पुलिस स्टेशन, गुरुद्वारा, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस शिविर जैसी जगहों पर रात बिताई और कुछ मामलों में स्थानीय ग्रामीणों ने उनकी मेजबानी की. भूटिया ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, “शुक्रवार सुबह उन्हें बाहर निकाला गया और वे पहले ही गंगटोक के लिए रवाना हो चुके हैं.”
भूस्खलन की वजह से सड़कें क्षतिग्रस्त
जिला पुलिस प्रमुख ने बताया कि गुरुवार दोपहर से हो रही लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन हो गया, जिससे चुंगथांग से लाचेन जाने वाले मार्ग पर मुंशीथांग के पास और चुंगथांग से लाचुंग जाने वाले मार्ग पर लीमा के पास कई स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई.
जिला के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को भारी बारिश शुरू होने के समय जो पर्यटक लाचेन और लाचुंग में मौजूद थे, वे अभी भी हिल स्टेशनों पर हैं. इस बीच जिला प्रशासन ने टूर ऑपरेटरों को निर्देश दिया है कि वे स्थिति में सुधार होने तक किसी भी परिस्थिति में पर्यटकों को उत्तरी सिक्किम न भेजें.
ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट
गुरुवार रात को मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार लाचेन-चुंगथांग मार्ग पर मुंशीथांग और लाचुंग-चुंगथांग खंड पर लेमा/बॉब में महत्वपूर्ण भूस्खलन हुआ है. बता दें कि अक्टूबर 2023 में ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट बाढ़ के कारण सिक्किम का लाचेन सबसे अधिक प्रभावित हुआ था.