श्रीनगर: पहलगाम के बैसरन में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद शेख उल आलम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर हवाई यातायात में भारी गिरावट आई है और यात्रियों की संख्या सामान्य से लगभग आधी रह गई है. यह जानकारी हवाई अड्डे के निदेशक ने दी.
इस बारे में श्रीनगर हवाई अड्डे के निदेशक जावेद अंजुम ने गुरुवार को कहा कि हमले के बाद से कई उड़ानें प्रभावित हुई हैं, जिससे घाटी के हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या में कमी आई है. अंजुम ने ईटीवी भारत से कहा, “आतंकवादी हमले के बाद श्रीनगर हवाई अड्डे पर यातायात प्रभावित हुआ है.” हमले से पहले, हवाई अड्डे पर पर्यटन के मौसम के दौरान प्रतिदिन लगभग 20,000 यात्री आते-जाते थे. उन्होंने कहा, “अब यह संख्या घटकर लगभग 10,000 रह गई है.”

बता दें कि पहलगाम में आतंकी हमले में 25 पर्यटक के अलावा एक स्थानीय घुड़सवार के मारे जाने के बाद नागरिक विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सभी एयरलाइनों को एक एडवाइजरी जारी की थी. डीजीसीए ने एडवाइजरी में कहा, “पहलगाम की घटना के बाद अपने घर लौटने के इच्छुक पर्यटकों की ओर से अप्रत्याशित मांग बढ़ गई है.”
इस संबंध में, एयरलाइनों को सलाह दी जाती है कि वे बढ़ती मांग के मद्देनजर उड़ानों की संख्या बढ़ाने के लिए त्वरित कार्रवाई करें और साथ ही श्रीनगर से भारत भर के विभिन्न गंतव्यों तक निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करें, ताकि फंसे हुए पर्यटकों को निकालने में सुविधा हो.”
इसी क्रम में श्रीनगर एयरपोर्ट से आने-जाने वाली एयरलाइनों ने अतिरिक्त उड़ानें शुरू कीं. एयरपोर्ट ट्रैफिक डेटा से पता चलता है कि 25 अप्रैल को चार अतिरिक्त उड़ानों में केवल 24 यात्री आए, जबकि 794 रवाना हुए. 26 अप्रैल को तीन ऐसी उड़ानों में केवल 28 यात्री आए, जबकि 351 रवाना हुए. इसी तरह 27 अप्रैल को दो उड़ानों में 62 यात्री आए जबकि 211 यात्री रवाना ह
वहीं आतंकी हमले से पहले 16 अप्रैल को हवाई अड्डे पर 94 उड़ानों में कुल 16,595 यात्रियों की आवाजाही दर्ज की गई थी. 21 अप्रैल को यह संख्या 19,641 पर पहुंच गई थी. लेकिन पहलगाम हमले के अगले दिन 23 अप्रैल से गिरावट शुरू हो गई और यात्रियों की संख्या घटकर 6,561 रह गई, जबकि दो दिन पहले यह संख्या 9,000 से अधिक थी.
29 अप्रैल तक 48 उड़ानों में 4,613 यात्री आए जो 17 अप्रैल को दर्ज किए गए 8,767 आगमनों के विपरीत था. इसी तरह 30 अप्रैल को 41 उड़ानों में 4,341 यात्रियों का आगमन और भी कम हो गया, जबकि प्रस्थान भी घटकर 3,886 हो गया जो अप्रैल 2025 में सबसे कम दर्ज किया गया था.