पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के कई दिन बाद आखिरकार पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी बनायी.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई हिंसा की घटनाओं की जांच के लिए नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. एसआईटी में एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (खुफिया शाखा), दो उप अधीक्षक – एक आतंकवाद निरोधक बल (सीआईएफ) से और दूसरा आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) से पांच निरीक्षक साथ ही अन्य अधिकारी शामिल हैं.
पिछले हफ्ते मुर्शिदाबाद जिले में नए वक्फ कानून के खिलाफ भड़की हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई. इस बीच, पश्चिम बंगाल अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अहमद हसन इमरान ने बुधवार को हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने बहुत अच्छी बात कही कि हमें दिल्ली जाना चाहिए और वहां वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि टीएमसी के सांसद भी हमारे साथ प्रदर्शन में शामिल होंगे. यह कानून हम पर बेवजह थोपा गया है. इस कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन ठीक नहीं है. सीएम ममता ने भी इसपर सहमति जताई.
इस मामले की जांच चल रही है. हम इसकी निंदा करते हैं. हम सभी का मानना है कि विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए. इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में मुस्लिम मौलवियों से मुलाकात की. धार्मिक नेताओं के साथ बैठक के दौरान सीएम बनर्जी ने मुर्शिदाबाद हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की.
ममता ने कहा कि इस मसले पर मुख्य सचिव को रिपोर्ट देने को कहेंगी. वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ 11 अप्रैल को मुस्लिम समुदाय के विरोध प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़क उठी थी. विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिसके परिणामस्वरूप पिता-पुत्र की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए, साथ ही बड़े पैमाने पर संपत्ति को नुकसान पहुंचा. पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत भी हुई.
मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीएसएफ की कई कंपनियां तैनात किए. राज्य सरकार के अनुरोध पर भी अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए. पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद हिंसा के सिलसिले में अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मुर्शिदाबाद के समसेरगंज, धुलियान और अन्य प्रभावित इलाकों में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है.
सोमवार को पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा कि हिंसा प्रभावित इलाकों में स्थिति सामान्य हो गई है. दक्षिण बंगाल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सुप्रतिम सरकार ने कहा, ‘स्थिति अब सामान्य है. सभी सुरक्षित हैं.’ सीआरपीएफ, राज्य पुलिस और संयुक्त बल तैनात हैं.
पश्चिम बंगाल पुलिस के डीजीपी हालात का निरीक्षण करने पहुंचे. पुलिस ने सभी से अनुरोध किया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें. हालात को देखते हुए एक नियंत्रण कक्ष खोला गया है. कोई भी व्यक्ति किसी भी समस्या का सामना करने पर पुलिस से संपर्क कर सकता है.