पलामू: कुख्यात और इनामी नक्सल कमांडरों की संपत्ति को जब्त किया जाएगा. नक्सल कमांडरों की संपत्ति का पुलिस आकलन करेगी और यूएपीए के धाराओं में जब्त करेगी. दरअसल, पलामू के जोनल आईजी सुनील भास्कर ने नक्सल एवं अपराध को लेकर एक हाई लेवल बैठक की. इस बैठक में पलामू रेंज के डीआईजी वाईएस रमेश, सीआरपीएफ के डीआईजी पंकज कुमार, पलामू एसपी रीष्मा रमेशन, गढ़वा एसपी दीपक कुमार पांडेय, लातेहार एसपी कुमार गौरव समेत सीआरपीएफ के कई टॉप अधिकारी मौजूद थे.
प्रशासन की इस समीक्षा बैठक में पलामू जोनल आईजी ने इनामी एवं कुख्यात नक्सलियों के संपत्ति का आकलन कर जब्त करने का निर्देश दिया है. सीआरपीएफ और पुलिस टॉप नक्सल कमांडरों के खिलाफ अभियान चला कर कार्रवाई करेगी. इसके साथ ही सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत किया जाएगा. इलाके में वैसे नक्सली जो वर्षों से फरार है और उनके खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं, उनके खिलाफ कुर्की कर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है. बैठक में कहा गया कि वैसे मामले जो महिलाओं से जुड़े हुए यौन शोषण के हैं, इन कांडों का निष्पादन 60 दिनों के अंदर किया जाएगा.
नक्सलियों और अपराधियों के खिलाफ लंबित मुकदमे को अनुसंधान को तेज करने का आदेश दिया गया है. जोनल आईजी सुनील भास्कर ने बताया कि कई दिनों से इस कार्रवाई को लेकर सभी पुलिस अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किया गया है. बैठक में नक्सली कमांडरों की संपत्ति को जब्त करने को कहा गया है. नक्सली एवं अपराध के खिलाफ अभियान चलाने के साथ-साथ कई बिंदुओं पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया गया है.