हथियार बरामदगी मामले में नेएशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने पटना की अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस चार्जशीट में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सदस्य राजेश कुमार सिन्हा उर्फ उदय जी उर्फ शैलेश श्रीवास्तव के बारे में बड़ा खुलासा किया है. राजेश कुमार सिन्हा पटना के रहने वाले हैं. एनआईए ने पटना स्थित एनआईए की विशेष अदालत में जो आरोप पत्र दायर किया है, उसमें कहा है कि राजेश कुमार सिन्हा उर्फ उदय जी उर्फ शैलेश श्रीवास्तव जेल से निकलने के बाद नक्सलियों को हथियार की सप्लाई कर रहा था.
कोयल-शंख जोन का प्रभारी था राजेश कुमार सिन्हा उर्फ उदय जी
एनआईए ने माओवादी ऑपरेटिव परशुराम सिंह उर्फ नंदलाल से हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी मामले में पटना की स्पेशल एनआइए कोर्ट में राजेश कुमार सिन्हा उर्फ उदय जी उर्फ शैलेश श्रीवास्तव के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. वह सीपीआई (माओवादी) के कोयल-शंख जोन का प्रभारी था.
वर्ष 2016 में जेल से छूटने के बाद फिर माओवादी गतिविधियों में हुआ सक्रिय
चार्जशीट में एनआईए ने कहा है कि वर्ष 2016 में जेल से छूटने के बाद भी राजेश कुमार सिन्हा उर्फ उदय जी सीपीआई (माओवादी) की गतिविधियों में शामिल था. अब तक की जांच से यह स्थापित हो गया है कि राजेश कुमार सिन्हा सीपीआई (माओवादी) संगठन की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति में शामिल था.
2021 में परशुराम, राकेश समेत कई के विरुद्ध दायर हुई थी चार्जशीट
आरोप पत्र में यह भी कहा गया है कि राजेश कुमार सिन्हा उर्फ उदय जी, परशुराम सिंह उर्फ नंदलाल और अन्य के साथ आपराधिक साजिश रचने में शामिल था. इससे पहले दिसंबर, 2021 में परशुराम सिंह उर्फ नंदलाल, संजय सिंह, राकेश, प्रेम और मो बदरुद्दीन के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया था.