खूंटी : नगर पंचायत क्षेत्र में करोड़ों की विकास योजना अधर में लटकी हुई है. कहीं विभागीय लापरवाही वजह बनी है, तो कहीं एजेंसियों ने काम ही शुरू नहीं किया है, लेकिन नगर पंचायत के कर्मचारियों के लिए क्वार्टर का निर्माण शुरू हो गया है. जिले को जाम से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से ढाई करोड़ की लागत से बनने वाला बस स्टैंड बनकर तैयार है. इसके बावजूद नगर पंचायत बस स्टैंड को पूरी तरह अपने अधीन नहीं ले पा रही है. इस कारण शहर में भीषण जाम की समस्या बनी हुई है.
सड़कों पर लगातार वाहन जाम में फंस रहे हैं. केंद्र सरकार के फंड से तीन करोड़ की लागत से कामंता जलाशय का सौंदर्यीकरण होना था. इसके लिए नगर पंचायत ने अगस्त 2023 में सागर कुमार सिंह कंस्ट्रक्शन नामक एजेंसी से एकरारनामा किया था, लेकिन इस एजेंसी ने काम में रुचि नहीं दिखाई और आज तक धरातल पर काम शुरू नहीं हो सका.
दूसरी ओर नगर प्रशासक सृष्टि दीप्रिया मिंज ने दावा किया है कि बस स्टैंड को अपने अधीन लेने के लिए टीम बना दी गई है और प्रक्रिया चल रही है. एक सप्ताह के अंदर बस स्टैंड में बसें रुकने लगेंगी और शहर को जाम से मुक्ति मिल जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव कारणों से देरी हुई है.
साथ ही बताया कि कामंता जलाशय की योजना नगर पंचायत में लंबित है. स्थानीय ग्रामीणों के विरोध के कारण योजना शुरू नहीं हो सकी है. रेतीली जमीन होने के कारण स्थानीय ग्रामीणों के विरोध के कारण योजना रुकी हुई है. सरकारी जमीन पर काम शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है. नगर प्रशासक ने कहा कि यही दो योजनाएं रुकी हुई हैं, बाकी लगभग सभी योजनाएं पूरी होने के कगार पर हैं.
इसके अलावा उन्होंने बताया कि बस स्टैंड निर्माण के बाद अधिग्रहण न करने का मुख्य कारण बस स्टैंड में कुछ कमियां और चुनाव कार्य के कारण देरी होना था. बस स्टैंड निर्माण के लिए नगर पंचायत ने 17 मई 2021 को राइट वे कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी के साथ एकरारनामा किया था. बस स्टैंड का निर्माण तो समय पर हो गया लेकिन नगर पंचायत ने अधिग्रहण करने में वर्षों लगा दिए और आज तक अधिग्रहण नहीं कर पाई और न ही केंद्र सरकार के फंड से कामंता जलाशय का सौंदर्यीकरण करा पाई है.
ऐसे में नगर पंचायत ने एजेंसी का बचाव करते हुए कहा कि एजेंसी ने काम शुरू नहीं किया है लेकिन उसने नगर पंचायत को लिखित में यह भी नहीं दिया है कि वह काम नहीं कर पाएगी, हालांकि नगर पंचायत ने पत्राचार के माध्यम से विभाग को अवगत करा दिया है कि एजेंसी की लापरवाही के कारण योजना शुरू नहीं हो पाई है.
साथ ही उन्होंने विभागीय लापरवाही से इनकार करते हुए कहा कि यह स्थानीय मामला है. हस्तक्षेप कर प्रयास किया जा सकता है. अगर ऐसा नहीं होता है तो इस योजना को दूसरे स्थल पर शिफ्ट किया जा सकता है.
नगर पंचायत की हाल ही में शुरू की गई योजनाएं
अतुल प्रताप कंस्ट्रक्शन चार करोड़ की लागत से बहुउद्देशीय सांस्कृतिक परिसर का निर्माण करा रहा है. निर्माण कार्य प्रगति पर है. नगर पंचायत के कर्मचारियों के लिए 64 डिसमिल जमीन पर चार करोड़ की लागत से स्टाफ क्वार्टर का निर्माण शुरू हो गया है. मदन लाल बजाज नामक एजेंसी क्वार्टर का निर्माण करा रही है, जिसके एक साल में पूरा होने की उम्मीद है. इसी तरह कुसुम टोली में दो करोड़ की लागत से पार्क का निर्माण कराया जा रहा है, जिसका निर्माण संदीप तिवारी कंस्ट्रक्शन कर रहा है.