कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों के बीच जवानों ने माओवादियों को घेर रखा है. नक्सली अपने ही बनाए एंबुश में फंस गए हैं.
बीजापुर: तेलंगाना और बीजापुर बार्डर एरिया में बड़ी संख्या में जवानों ने प्रतिबंधित भाकपा माओवादियों के बड़े नेताओं को घेर रखा है. कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में बताया जा रहा है कि माओवादियों के शीर्ष नेता 500 से ज्यादी की संख्या में मौजूद हैं. जिला रिजर्व गार्ड, बस्तर फाइटर्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स, कोबरा बटालियन की टीम मौके पर मोर्चा संभाले हुए हैं. गुरुवार को जवानों ने एनकाउंटर वाली जगह से 3 माओवादियों के शव बरामद किए. मुठठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में गोला बारूद और हथियारों का जखीरा बरामद हुआ है. मुठभेड़ बीजापुर और तेलंगाना के बार्डर एरिया पर कर्रेगुट्टा और दुर्गमगुट्टा के घने जंगल से घिरे पहाड़ियों के बीच चल रही है. मुठभेड़ वाला इलाका रायपुर के करीब 450 किमी दूर है.
पीएलजीए के कैडरों को जवानों ने घेरा: जिस इलाके में एनकाउंटर जारी है वो इलाका पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी यानि पीएलजीए के बटालियन नंबर 1 का बेस इलाका माना जाता है. ये इलाका माओवादियों का सबसे मजबूत गढ़ रहा है.
खुफिया जानकारी मिली थी कि पीएलजीए बटालियन नंबर 1, तेलंगाना राज्य समिति और माओवादियों के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी से जुड़े 500 से ज्यादा नक्सली जिसमें हार्डकोर माओवादी हिड़मा और दामोदर शामिल हैं, इस क्षेत्र में छिपे हैं. यह एक अहम अभियान है क्योंकि यह पीएलजीए बटालियन नंबर 1 और दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) और तेलंगाना राज्य समिति में माओवादियों के थिंक टैंक को निशाना बनाकर प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादियों) की सैन्य ताकत को खत्म करने की लड़ाई साबित होगी: वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, बीजापुर
मुठभेड़ की मॉनिटरिंग: एनकाउंटर पर पैनी नजर रख रहे अफसर ने बताया कि गुरुवार को 3 माओवादियों के शव बरामद हुए. मुठभेड़ में कई नक्सली घायल भी हो सकते हैं. पूरे इलाके की घेराबंदी कर सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है. यह अभियान टेस्ट मैच की तरह है. अभियान लंबा चलेगा और हर सत्र रोमांचक होगा. हमें उम्मीद है कि नतीजे हमारे लिए बेहतर आएंगे. हमारे सभी जवान पूरी तरह से ठीक हैं. भीषण गर्मी और उमस के अलावा कोई और दिक्कत नहीं है. जवानों का मनोबल हाई है.
अभियान में हेलीकॉप्टर और ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. हमारे जवान पूरी मुस्तैदी के साथ मोर्चे पर डटे हैं: वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, बीजापुर
कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में भीषण मुठभेड़ जारी: तेलंगाना और बीजापुर के बार्डर एरिया में माओवादियों से भीषण मुठभेड़ जारी है. जवानों की टोली ने माओवादियों को कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों के बीच घेर रखा है. दोनों ओर से जमकर गोलीबारी हो रही है. जवानों को बैकअप देने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद से राशन और गोला बारूद पहुंचाया जा रहा है. जवानों को तरो ताजा रखने के लिए शीतल पेय और खाने के सामान भी भेजे गए हैं.
दोनों ओर से हो रही जोरदार फायरिंग: मुठभेड़ स्थल पर दोनों ओर से जोरदार फायरिंग हो रही है. जवानों को गोला बारूद की कमी नहीं हो इसकी भी व्यवस्था की गई है. चॉपर के जरिए असला बारूद मौके पर पहुंचाया जा रहा है. गर्मी और जंगल की उमस से जवानों को बचाने के लिए ठंडे पेय पदार्थ भी भेजे गए हैं. मुठभेड़ स्थल की मॉनिटरिंग खुद बड़े अफसर कर रहे हैं. बीजापुर पुलिस लाइन से एसपी जितेंद्र यादव और नक्सल ऑपरेशन के डीआईजी कमलोचन कश्यप पल पल की अपडेट ले रहे हैं.
3 चॉपर स्टैंड बॉय मोड में: एनकाउंटर वाली जगह पर जवानों को राहत पहुंचाने में कोई दिक्कत नहीं हो इसके लिए तीन चॉपर स्टैंड बॉय मोड में तैयार रखे गए हैं. बताया जा रहा है कि थोड़ी ही देर में डीजीपी छत्तीसगढ़ बीजापुर पहुंचेंगे. डीजीपी मुठभेड़ की पूरी जानकारी लेंगे और कई अहम दिशा निर्देश भी अफसरों को देंगे. कल मुठभेड़ में जिन 3 माओवादियों को जवानों ने मार गिराया था उनके शव जिला मुख्यालय लाए गए हैं. कहा जा रहा है कि बीजापुर में फोर्स को जल्द ही एक बड़ी सफलता मिलने वाली है. बीजापुर में इस साल की ये सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.
कुछ जवानों को हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन: सूत्रों के अनुसार, अभियान में शामिल कुछ जवानों को डिहाइड्रेशन और हीटस्ट्रोक के बाद अस्पताल ले जाया गया है. पिछले साल जनवरी से सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ों की एक श्रृंखला में 350 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया है, जिनमें से ज्यादातर बस्तर क्षेत्र में केंद्रित हैं. 29 मार्च को बस्तर क्षेत्र में हुई दो मुठभेड़ों में 11 महिलाओं समेत 18 नक्सली मारे गए. इस साल अब तक राज्य में अलग अलग मुठभेड़ों में 144 नक्सली मारे जा चुके हैं, इनमें से 128 नक्सली बीजापुर समेत 7 जिलों वाले बस्तर संभाग में मारे गए हैं.
छत्तीसगढ़ हुए बड़े नक्सली एनकाउंटर
9 फरवरी 2025: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 31 माओवादियों को मार गिराया. मुठभेड़ इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में जंगल के अंदर तब शुरू हुई, जब सुरक्षा बल माओवादी विरोधी अभियान चला रहे थे. मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं।
20-21 जनवरी 2025: रायपुर संभाग के गरियाबंद जिले में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में 16 माओवादी मारे गए.
19 जनवरी 2025: प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) संगठन के केंद्रीय समिति सदस्य जयराम उर्फ चलपथी सहित 14 माओवादी सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी में मारे गए. यह घटना रायपुर से लगभग 160 किलोमीटर पूर्व में छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा के पास गरियाबंद जिले के मैनपुर क्षेत्र के कुलारीघाट वन क्षेत्र में हुई.
16 जनवरी 2025: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों के साथ भीषण मुठभेड़ में 18 माओवादी मारे गए. दक्षिण बीजापुर के जंगल में सुबह करीब 9 बजे उस समय मुठभेड़ शुरू हुई, जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम माओवादी विरोधी अभियान पर निकली थी और देर शाम तक रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही.
22 नवंबर 2024: सुकमा में सुरक्षा बलों ने एनकाउंटर में 10 माओवादियों को ढेर कर दिया. मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में एक कमांडर भी शामिल है. मारा गया कमांडर लंबे वक्त से नक्सलियों के लिए काम कर रहा था. पुलिस के मुताबिक कमांडर 60 से लेकर 80 जवानों की शहादत में शामिल था.
16 नवंबर 2024: बस्तर में एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान 5 नक्सली ढेर हुए. मुठभेड़ नारायणपुर और कांकेर के बार्डर एरिया में हुआ. मुठभेड़ अबूझमाड़ के जंगलों में हुई. सुरक्षाबलों की टीम ज्वाइंट सर्चिंग ऑपरेशन पर निकली थी.
04 अक्टूबर 2024: छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े मुठभेड़ में जवानों ने 38 नक्सलियों को अबूझमाड़ के जंगलों में ढेर कर दिया. एनकाउंटर नारायणपुर दंतेवाड़ा जिले के बार्डर एरिया में थुलथुली और नेंदूर गांव के बीच हुई. अबूझमाड़ के जंगलों में हुई मुठभेड़ में माओवादियों को तगड़ा झटका जवानों ने दिया. एनकाउंटर को डीआरजी और एसटीएफ की टीम शामिल रही.
03 सितंबर 2024: दंतेवाड़ा में हुए एनकाउंटर में जवानों ने 9 माओवादियों को ढेर कर दिया. एनकाउंटर में डीआरजी और सीआरपीएफ के जवान शामिल रहे.
02 जुलाई 2024: नारायणपुर में सर्चिंग के दौरान हुई मुठभेड़ में जवानों ने 5 नक्सलियों को मार गिराया.
15 जून 2024: अबूझमाड़ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कम से कम 8 माओवादी मारे गए. ड्यूटी के दौरान 1 जवान की भी जान चली गई जबकी 2 जवान जख्मी हुए.
07 जुलाई 2024: फोर्स के ज्वाइंट ऑपरेशन में पीएलजीए के 6 माओवादी नारायणपुर में ढेर हुए. मारे गए माओवादियों पर कुल 38 लाख का इनाम शासन ने रखा था.
23 मई 2024: नक्सल प्रभावित नारायपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर के बार्डर एरिया में हुई मुठभेड़ में 8 हार्डकोर नक्सली मारे गए.
10 मई 2024: बीजापुर में हुए एनकाउंटर में सुरक्षाकर्मियों ने 12 माओवादियों को मार गिराया. 12 घंटे से ज्यादा चली मुठभेड़ के बाद मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया. मुठभेड़ गंगालूर थाना इलाके के पीडिया गांव के पास हुई.
30 अप्रैल 2024: नारायणपुर और कांकेर के सीमावर्ती इलाके में हुए मुठभेड़ में 9 हार्डकोर नक्सली मारे गए. मारे गए माओवादियों में 2 महिला नक्सली भी शामिल रही. बस्तर आई सुंदरराज पी के मुताबिक एनकाउंटर सुबह 6 बजे अबूझमाड़ के टेकमेटा और काकुर गांव के जंगलों में हुई. जिस इलाके में मुठभेड़ हुई वो इलाका नक्सलियों का सेफ जोन माना जाता है.
16 अप्रैल 2024: कांकेर में जिला पुलिस बल और सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान 29 नक्सलियों को ढेर कर दिया. मारे गए माओवादियों में कई इनामी नक्सली शामिल थे.
02 अप्रैल 2024: एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान बीजापुर में फोर्स ने 13 माओवादियों को ढेर कर दिया. एनकाउंटर बीजापुर के लेंड्रा गांव के जंगल में हुई.
27 मार्च 2024: बीजापुर में 2 महिला नक्सली समेत 6 माओवादियों को जवानों ने ढेर कर दिया. बस्तर आई जी के मुताबिक एनकाउंटर बासागुड़ा थाना इलाके के चिकुरभट्टी और पुसबका गांव के जंगलों में हुई.
27.02.2024: बीजापुर में जवानों को निशाना बनाने के लिए नक्सली IED प्लांट कर रहे थे. मौके पर पहुंचे जवानों ने 4 माओवादियों को मार गिराया.
03.02.2024: नक्सल प्रभावित नारायणपुर में सुरक्षा बलों ने एनकाउंटर में 2 माओवादियों को मार गिराया.