धनबाद: सरकारी बहाली प्रक्रिया को लेकर सरकार और उनके नुमाइंदे बड़े दावे करते हैं. यह दावा सही भी है, लेकिन निचले स्तर पर काम करने वाले कर्मी सरकार के दावे का धड़ल्ले से गला घोंट रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला धनबाद के एसएनएमएमसीएच में सामने आया है.
दरअसल चौकीदार की बहाली प्रक्रिया में शामिल अभ्यर्थी मेडिकल फिटनेस जांच के लिए SNMMCH पहुंचे. करीब 150 अभ्यर्थी फिटनेस जांच के लिए पहुंचे थे. अभ्यर्थियों ने अस्पताल के कर्मियों पर पैसे की मांग करने का आरोप लगाया. अभ्यार्थियों ने कहा कि जांच के नाम पर अस्पताल कर्मी ने जबरन उगाही करने की कोशिश की. जिसमें कुछ ने पैसे दिए, किसी के पास पैसे नहीं रहने पर जांच रिपोर्ट में देरी हो रही है.
सूचना पर MEDIA पहुंची और मामले की पड़ताल की. इस दौरान कई अभ्यर्थियों ने खुद अपनी व्यथा सुनाई. इनमें ज्यादातर अभ्यर्थी वैसे हैं जो आदिवासी परिवार से हैं. जांच कराने आए सोहन मुर्मू ने कहा कि चौकीदार बहाली के लिए मेरे भाई का मेडिकल बनाना था. उसका चयन चौकीदार बहाली में हुआ है. यहां आने पर काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा.
दोपहर करीब 12 बजे यहां पहुंचे थे. लेकिन अबतक जांच पूरी नहीं हो सकी है. उन्होंने कहा कि फिटनेस जांच के लिए डॉक्टर के पास जाने ही नहीं दिया. अस्पताल पर फिटनेस के लिए करीब 150 अभ्यर्थी पहुंचे थे. जांच के दौरान स्टाफ द्वारा सभी अभ्यार्थियों से एक-एक हजार रुपए मांगे जाने की बात कही. इस दौरान कुछ अभ्यार्थियों द्वारा पैसे देने की भी बात कही है.
टुंडी से अस्पताल पहुंचे अभ्यर्थी सेवन टुडू ने कहा कि चौकीदार बहाली के लिए छह जांच लिखे गए हैं. सदर अस्पताल से SNMMCH भेजा गया. उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा एक सौ रुपए दिया गया. मेरे पास घर जाने के लिए भाड़ा तक नहीं है. उन्होंने कहा कि अस्पताल स्टाफ पैसे की मांग कर रहे हैं, कहां से दे पाएंगे! टुंडी से आए एक और अभ्यर्थी मुनिलाल किस्कू ने कहा कि फिटनेस जांच के लिए SNMMCH पहुंचे. लेकिन यहां पैसे की मांग की जा रही है. हजार पांच सौ रुपए की मांग की गई. मेरे पास पैसे नहीं थे. जिस कारण फिटनेस जांच नहीं हो सकी.
इस मामले को लेकरअस्पताल के अधीक्षक संजय कुमार चौरसिया से बात की. मामले को लेकर उन्होंने कहा कि कोई जानकारी नहीं है. साथ ही उन्होंने इस मामले को लेकर जांच करने की बात कही है.