Monday, March 3, 2025

धनबाद में टमाटर की बंपर खेती होने के बाद भी किसान निराश हैं. इसका कारण है किसानों को टमाटर का सही भाव न मिलना.

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धनबाद: जिले के पूर्वी टुंडी प्रखंड स्थित दुम्मा गांव में इस बार टमाटर की बंपर पैदावार हुई है. लेकिन किसानों के लिए यह खुशी की जगह निराशा का कारण बन गई है. स्थानीय सब्जी मंडी में टमाटर का थोक भाव महज दो रुपये प्रति किलो बिक रहा है. जिसके कारण किसान अपने टमाटर को खेत में ही छोड़ने को मजबूर हैं. कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था नहीं होने के कारण उपज को सुरक्षित रखने का कोई उपाय नहीं है. किसानों के अनुसार टमाटर की खेती में लगने वाली लागत बिक्री मूल्य से तीन गुना अधिक है.

वहीं टमाटर की खेती करने वाले किसानों ने बताया कि यहां के लोगों की आजीविका का मुख्य साधन खेती है. यहां के सभी लोग कृषि से जुड़े हैं. यहां बारह महीने सब्जी की खेती होती है. लेकिन इस बार यहां के किसानों की स्थिति काफी दयनीय है. दुम्मा में इस बार टमाटर की बंपर पैदावार हुई है. जिसके कारण टमाटर के भाव में काफी गिरावट आई है. व्यापारी इसे दो रुपये प्रति किलो खरीद रहे हैं. ऐसे में किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

किसानों ने बताया कि कोल्ड स्टोरेज की सुविधा नहीं है. कोल्ड स्टोरेज की सुविधा होती तो टमाटर को सुरक्षित रखा जा सकता था, लेकिन सुविधा न होने के कारण टमाटर को खेत में ही छोड़ना पड़ रहा है. जो टमाटर बाजार में भेजे गए थे, वे भी नहीं बिक पाए हैं. किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र में कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था की जाए, ताकि फसल को बर्बाद होने से बचाया जा सके.

क्षेत्र में टमाटर की खेती कर रही सबिता देवी ने बताया कि टमाटर की खेती में करीब दो लाख रुपये खर्च हुए हैं. अभी बाजार में टमाटर का कोई भाव नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि अगर यही स्थिति रही तो हम अपने बच्चों को क्या खिलाएंगे. महिला किसान ने बताया कि मेरे पास घर भी नहीं है. अबुआ आवास योजना के तहत भी मुझे घर नहीं मिला है. उन्होंने सरकार से अपील की कि उन्हें अबुआ आवास योजना और लोन मुहैया कराया जाए, ताकि वे अपना घर चला सकें.

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