Thursday, June 5, 2025

देवघर में मछली कारोबारियों के बीच मचा हाहाकार! तालाब को लेकर सामने आई नई जानकारी

Share

देवघर के करौं गांव में मछली पालन व्यवसाय सूखे के कारण संकट में है। पर्याप्त बारिश न होने से तालाबों में जलस्तर घट गया है जिससे मछली का उत्पादन प्रभावित हुआ है। 70 परिवार मछली पालन पर निर्भर हैं लेकिन इस वर्ष लागत निकलना भी मुश्किल हो रहा है। सरकारी सहायता के अभाव में यह व्यवसाय विकसित नहीं हो पा रहा है।

देवघर  देवघर जिला से 60 किमी दूर करौं एक ऐसा गांव है जो ताजी मछली के लिए काफी प्रसिद्ध है। यहां प्रतिदिन मछली बाजार सजती है।

जहां सालाना लगभग 40 से 50 लाख रुपये का व्यवसाय होता था। लेकिन पहले जैसी बात अब नहीं रही। पिछले दो -तीन साल से पर्याप्त बारिश नहीं होने पर तालाबों में जलस्तर कम हो गया है।

जिस कारण गर्मी के दस्तक देते ही तालाब का जलस्तर गिरते जा रहा है। कई छोटे तालाबों में पानी की काफी कम मात्रा बची है। जिसका असर करौं में मछली पालन के व्यवसाय पर पड़ा है।

इस वर्ष लागत निकल पाना मुश्किल है। करौं में लगभग 70 घर मछली पालकों की है। उनकी जीविका मछली बेच कर चली है।

उल्लेखनीय है कि करौं अंचल में मछली पालन की अपार संभावना है। अगर सही तरीके से यहां मछली पालन किया जाता तो यह उत्पादन का बड़ा केन्द्र बन सकता है, लेकिन पर्याप्त बारिश नहीं होने से तालाब में जलजमाव नहीं हो पाता है। गर्मी आते-आते तालाब सूखने लगते हैं।

Read more

Local News