दुमकाः जिले में ईजी मनी प्राप्त करने के चक्कर में युवा साइबर क्राइम की दलदल में फंसते जा रहे हैं. शुक्रवार को पुलिस ने 20 – 22 साल उम्र के पांच युवकों को साइबर ठगी के मामले में गिरफ्तार किया. इन सभी को जेल भेज दिया गया है.
दुमका के तालझारी थाना की पुलिस ने प्रतिबिंब एप के माध्यम से साइबर ठगी करने वाले पांच शातिर ठगों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया. सभी लोग एक पहाड़ी पर बैठ लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे थे. गिरफ्तार युवकों के नाम वरुण यादव, संजय यादव, विनय यादव, कुंदन यादव और पप्पू मंडल है. ये पांचों 20 – 22 वर्ष के हैं. पप्पू मंडल साइबर क्राइम के मामले में ही पहले भी जेल जा चुका है.
कस्टमर केयर में सेट कर देते थे अपना नंबर
ये सभी लोग कस्टमर केयर में अपना मोबाइल नंबर डालकर लोगों को शिकार बनाते थे. इसके साथ ही लोगों के मोबाइल फोन पर लॉटरी, इनाम, लोन और अन्य तरीकों से रुपए का लालच देकर अपना शिकार बना लेते थे. पुलिस ने इनके पास से एक बाइक, 11 स्मार्ट फोन, 23 सिम और आठ एटीएम कार्ड बरामद किए हैं.
एसपी ने दी जानकारी
एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि सूचना मिली कि हेठतीनघरा पहाड़ पर कुछ लोग झाड़ी में बैठकर साइबर ठगी कर रहे हैं. सभी को पकड़ने के लिए छापेमारी दल का गठन किया गया. जिसमें यह सफलता मिली है. पूछताछ में आरोपितों ने स्वीकार किया कि वे गूगल के कस्टमर केयर में अपना मोबाइल नंबर डालकर लोगों को शिकार बनाते थे.
ठगी के लिए हर हथकंडा अपनाते थे. ईजी मनी के चक्कर में इस क्षेत्र को अपनाया. एसपी ने बताया कि पप्पू पहले भी साइबर ठगी में जेल जा चुका है. इनके पास से बहुत सी जानकारी हाथ लगी है, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने जानकारी दी कि साइबर क्रिमिनल को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है और पिछले 45 दिनों में 20 से अधिक साइबर को जेल भेजा जा चुका है. उन्होंने आम जनता से अपील की कि कोई भी आपको आसानी से किसी तरह का इनाम या रुपए नहीं देने वाला है. यह सब साइबर क्रिमिनल्स का जाल होता है. इस अपराध से अगर आप बचाना चाहते हैं तो जागरूक बनिए.