दुमका: पुलिस ने शनिवार को फर्जी बैंक अधिकारी बनकर साइबर फ्रॉड कर रहे चार युवकों को मौके से गिरफ्तार किया है. घटना सरैयाहाट थाना क्षेत्र के मंडलडीह गांव स्थित मध्य स्कूल के पास की है. जहां से पुलिस ने पकड़ गए साइबर आरोपियों के पास से एक कार, बाइक और आधा दर्जन मोबाइल
बरामद किए हैं.
दरअसल सरैयाहाट थाना प्रभारी ताराचंद को सूचना मिली थी कि मंडलडीह के समीप कुछ युवक इकट्ठे होकर साइबर क्राइम की घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं. जिसके बाद थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तो सभी युवक भागने की कोशिश करने लगे. लेकिन पुलिस के जवानों ने सभी को मौके पर दबोच लिया.
गिरफ्तार युवकों ने पुलिस को बताया कि वह फर्जी तरीके से सिम कार्ड लेते हैं. उसके बाद फर्जी बैंक अधिकारी बनकर भोले भाले लोगों को अपने झांसे में लेकर बैंक खाते से राशि निकालते हैं. थाना प्रभारी सरैयाहाट के लिखित बयान पर पकड़े गए चारों युवकों के खिलाफ धारा 319 (2), 318 (4), 338, 336 (3), 340 (1), 111 बीएनएस और 66 (सी), 66 (डी) आईटी एक्ट एवं 42 (3) (ई) टेलीकम्युनिकेशन 2023 के तहत मामला दर्ज किया है.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
1.छोटू मंडल, निवासी- ग्राम रौंधिया थाना सरैयाहाट
2.राहुल मंडल, निवासी- ग्राम मंडलडीह थाना सरैयाहाट
3. बादल मंडल, निवासी- ग्राम माल भंडारों थाना मुफस्सिल
4. विशेश्वर उर्फ अभिषेक मंडल, निवासी- ग्राम दामोदीह थाना रामगढ़
पुलिस के गिरफ्त में आये युवकों ने रुपये गायब करने के कई अलग अलग तरीकों का भी खुलासा किया. इसके साथ ही जानकारी देते हुए पुलिस को बताया कि अब इस क्राइम में कैसे हाईटेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि यह लोग बैंक अधिकारी बनकर पैसे गायब करते हैं. जबकि उन पैसों को संबंधित अकाउंट से निकालने के लिए क्षेत्र में दूसरे गैंग सक्रिय हैं, जो कमीशन पर उन लोगों के लिए काम करते हैं.
‘पुलिस लगातार साइबर अपराधियों पर नजर रख रही है. गुप्त सूचना मिली थी कि मंडलडीह स्कूल के पास कुछ लोग साइबर फ्रॉड को अंजाम देने की योजना बन रहे हैं. जिसके बाद पुलिस ने योजना बनाकर सभी को पकड़ा है. पकड़े गए युवकों के मोबाइल के डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं. जल्द ही पकड़े गए युवकों के अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा’: तारा चंद, थाना प्रभारी, सरैयाहाट
इससे पहले पुलिस ने 4 दिन पूर्व साइबर क्राइम के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी थी. जब प्रशिक्षु आईपीएस डॉ. सैयद मुस्तफा हाशमी के नेतृत्व में एक टीम ने 7 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था. जिसमें तीन दुमका, तीन देवघर और एक पाकुड़ जिले का रहने वाला है.