राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राहत कार्य के सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
पणजी: उत्तरी गोवा के शिरगांव के श्री लैराई देवी मंदिर में आयोजित ‘जात्रा’ के दौरान भगदड़ मचने से करीब 6 लोगों की मौत हो गई. वहीं, कई अन्य घायल हो गए. हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू करवाया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह हादसा शनिवार तड़के हुआ.
पुलिस ने गंभीर रूप से घायलों को गोवा मेडिकल कॉलेज और मापुसा स्थित नॉर्थ गोवा डिस्ट्रिक अस्पताल में भर्ती करवाया. जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक से हजारों श्रद्धालु उत्सव के लिए मंदिर में एकत्र हुए थे. उन्होंने कहा कि भगदड़ के वास्तविक कारण का पता जांच के बाद लगाया जाएगा. यह हादसा उस समय हुआ जब श्रद्धालुओं का भारी हुजूम इकट्ठा हुआ और इसी बीच भगदड़ मच गई
घटना की जानकारी मिलते ही सीएम प्रमोद सावंत समेत आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया. उन्होंने अस्पताल जाकर घायलों का भी हालचाल लिया. सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि भगदड़ में छह लोगों की मौत हो गई और 50 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं. सूचना मिलने के बाद मैं मौके पर गया. घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. हर साल जात्रा में 50,000 से ज़्यादा लोग हिस्सा लेते हैं. यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. वहीं, पीएम मोदी ने घटना के बारे में जानकारी ली. उन्होंने केंद्र से सहायता दिलाने का भी आश्वासन दिया. हम घायलों के इलाज का खर्च उठा रहे हैं. एसपी नॉर्थ और कलेक्टर घटना की जांच कर रहे हैं. हम राज्य में अगले 3 दिनों के लिए सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर रहे हैं.
वहीं, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि कम से कम 30 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से आठ की हालत गंभीर है और दो को बम्बोलिम स्थित गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रेफर किया गया है. उन्होंने बताया कि मापुसा स्थित उत्तरी गोवा जिला अस्पताल में दो महिलाओं समेत चार लोगों को मृत अवस्था में लाया गया.
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे बताया कि आठ घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि 10 को मामूली चोटें आई हैं. राणे ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को संभालने के लिए तत्काल और व्यापक कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जानकारी मिलते ही 108 एम्बुलेंस सेवा से संपर्क किया और घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया.
बता दें, गोवा में लैराई देवी की पूजा की बड़ी मान्यता है. राज्य के दक्षिणी भाग शिरगांव गांव में इनकी विशेषरूप से पूजा-अर्चना की जाती है. आसपास के लोगों और स्थानीय लोगों के बीच इन देवी की पूजा काफी लोकप्रिय है.