अपर मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को लिखेअपने पत्र में कहा है कि शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज के रिक्त पदों पर चयन के लिए वर्क कैलेंडर भी उपलब्ध कराया गया था, परंतु अभी भी कतिपय कारणों से विभिन्न जिलों में शिक्षा सेवकों और तालीमी मरकज की चयन प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है
पटना. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने महादलित, दलित एवं अल्पसंख्यक अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के तहत जिलों में शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज के रिक्त पदों पर चल रही प्रक्रिया की धीमी गति पर नाराजगी जताई है. उन्होंने वर्क कैलेंडर के अनुसार इस चयन प्रक्रिया में हो रहे विलंब को लेकर नाराजगी जताते हुए सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिया है कि जिलास्तर पर शिक्षा सेवक और शिक्षा सेवक (तालीमी मरकज) के चयन का काम निर्धारित समय-सीमा के अंदर ही पूर्ण किया जाए.
30 जून तक हर हाल में हो बहाली
अपर मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को लिखे अपने पत्र में कहा है कि शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज के रिक्त पदों पर चयन के लिए वर्क कैलेंडर भी उपलब्ध कराया गया था, परंतु अभी भी कतिपय कारणों से विभिन्न जिलों में शिक्षा सेवकों और तालीमी मरकज की चयन प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है. इस चयन प्रक्रिया को पूरी करने के लिए अपर मुख्य सचिव ने 30 जून की समय-सीमा भी तय कर दी है. उन्होंने शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज के रिक्त पदों पर शत-प्रतिशत चयन के लिए तय समय-सीमा के अनुसार जहां सर्वेक्षण का काम पूरा हो चुका है, वहां आगामी 15 जून तक और जहां सर्वेक्षण का अभी अधूरा है, वहां आगामी 30 जून तक चयन की प्रक्रिया को पूर्ण कर लेने का आदेश दिया है.
समय सीमा के अंदर पूरी हो प्रक्रिया
डॉ. एस सिद्धार्थ ने जिलाधिकारियों को लिखे अपने पत्र में कहा है कि जिन जिलों में शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज की रिक्ति से संबंधित जिलावार विवरणी में सामान्य जाति के शिक्षा सेवकों को हटाया गया है तथा ऐसे अन्य सभी मामले जिसमें चयन और सेवामुक्ति से संबंधित विवाद उच्च न्यायालय या अन्य सक्षम प्राधिकार के समक्ष लंबित है, उतने वादों एवं स्थान को सुरक्षित रखा जाए. साथ ही जिलास्तर पर रिक्त कुल 2206 शिक्षा सेवक व तालीमी मरकज के चयन का काम तय समय-सीमा के अंदर पूरा किया जाए. उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप ही शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज का चयन किया जाए.