Sunday, May 4, 2025

डायन बिसाही का आरोप लगाकर कोरवा जनजाति के सात लोगों को पीटा, 17 पर केस दर्ज

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गुमला के केवना गांव में डायन बिसाही के आरोप में कोरवा जनजाति के सात लोगों को घर से खींचकर पीटा गया. मामले में पीड़ितों पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वो प्रार्थना सभा में जाकर डायन बिसाही सीखते हैं. इस घटना में दो लोगों को गंभीर चोट लगी है.

 झारखंड के गुमला से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां कोरवा जनजाति के सात लोगों के साथ मारपीट की गई है, जिनमें दो लोगों को गंभीर चोट लगी है. जानकारी के अनुसार, मामला जिले के चैनपुर प्रखंड के केवना गांव का है. डायन बिसाही के शक में पंचायती के बाद कोरवा जनजाति के सात महिलाओं और पुरुषों को पीटा गया. ग्रामीणों ने घर से खींचकर लोगों को बाहर निकाला और उन्हें पीटा. सभी पीड़ितों की उम्र 35 से 60 साल के बीच हैं. जानकारी के अनुसार, ग्रामीणों ने इन सात पीड़ितों पर प्रार्थना सभा में जाकर डायन बिसाही सीखने का आरोप लगाया है. घटना शुक्रवार शाम की बताई जा रही है.

पुलिस ने की पीड़ितों से बात

घटना के संबंध में गुमला एसपी ने जानकारी दी कि मामले की जानकारी मिलने पर शनिवार को कुरूमगढ़ थाना की पुलिस गांव पहुंची. पुलिस ने पीड़ितों से बातचीत की और उनका बयान लिया. इस मामले में पुलिस ने 17 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है. पुलिस को दिये बयान में पीड़ित कोरवा जनजाति के लोगों ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब छह बजे से 10 बजे तक ग्रामीणों ने गांव में पंचायत लगाई. पंचायत की बैठक खत्म होने के बाद ग्रामीणों ने सातों पीड़ितों को उनके घर से खींचकर पहले बाहर निकाला. फिर, उनके साथ मारपीट की. इस दौरान दो लोगों को गंभीर चोटें आई हैं.

क्यों लगाया डायन-बिसाही का आरोप

मामले को लेकर पीड़ित ने बताया कि वे सभी आपस में रिश्तेदार हैं. सभी अक्सर प्रार्थना सभा में शामिल होने जाते हैं. इसी वजह से ग्रामीणों ने उनकी पिटाई की. ग्रामीणों ने उनपर आरोप लगाया है कि वे डायन-बिसाही सीखने के लिये प्रार्थना सभा में जाते हैं, जिसकी वजह से गांव में अनहोनी होने की आशंका है.

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