Friday, March 14, 2025

टाइम से पहले लोन क्लियर करने से क्या सच में होता है फायदा, रीपेमेंट से पहले जान लें सच्चाई

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आमतौर पर लोग सोचते हैं कि वह समय से पहले लोन चुकता करके आर्थिक बोझ से मुक्त हो जाएंगे. हालांकि, ऐसा नहीं है.

Loan Pre payment

 वित्तीय परेशानी के चलते आम लोग बैंक से लोन लेते हैं, जिसे वे किस्तों में अपनी सहुलियत के हिसाब से चुकाते हैं. बैंक आपको लोन रीपेमेंट के लिए एक अवधि देता है, जिसमें आपको बैंक को लोन रीपेमेंट करना होता है. हालांकि, बैंक अपने ग्राहकों को प्रीपेमेंट का ऑप्शन भी देता है, जिसके तहत लोन लेना वाला शख्स लोन रीपे करने की अवधि से पहले भी लोन चुका सकता है.

बता दें कि लोन प्रीपेमेंट के जितने फायदे हैं, उतने ही इसके नुकसान भी हैं. आमतौर पर लोग सोचते हैं कि वह समय से पहले लोन चुकता करके आर्थिक बोझ से मुक्त हो जाएंगे. हालांकि, ऐसा नहीं है. दरअसल, लोन प्रीपेमेंट के साथ जुड़ी कुछ परेशानियां भी होती हैं, जो अक्सर लोगों को पता नहीं होती.

गौरतरब है कि बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा समय से पहले लोन चुकता करने से ग्राहकों पर कई तरह के शुल्क और जुर्माना लिया जा सकता है.इस पूरी प्रक्रिया के दौरान कुछ ऐसे पहलू होते हैं, जिन्हें समझे बिना आप न चाहते हुए भी नुकसान में आ सकते हैं.

लोन प्रीपेमेंट पर बैंक लेती है चार्जेस
अगर आप लोन का भुगतान समय से पहले करते हैं तो अधिकतर वित्तीय संस्थाएं आपसे अतिरिक्त शुल्क लेती हैं. यह शुल्क आमतौर पर बकाया राशि का 1 से 5 प्रतिशत तक हो सकता है. बेशक, इस तरह के भुगतान से आपको EMI पर लगने वाले ब्याज से छुटकारा मिलता है. याद रहे जब आपकी बकाया राशि ज्यादा होती है तो आपको इससे ज्यादा लाभ मिलता है, क्योंकि आप कम ब्याज चुकाते हैं, लेकिन अगर बयाज की राशि कम है तो आपको महंगा पड़ सकता है.

यानी अगर आपने पहले ही अधिकांश राशि चुका दी है, तो जल्द भुगतान का उतना लाभ नहीं होगा. इसलिए, लोन की शुरुआत में जब आपने कम राशि चुकाई हो, तब इसे जल्दी चुकाने से अधिक लाभ हो सकता है. इस समय पर इसका अधिक असर होता है और आपको ब्याज से बचने का फायदा होता है.

टाइम टू टाइम भरें किस्त
कुछ लोग समझते हैं कि इसके जरिए उन्हें लोन किफायती पड़ेगा, लेकिन लोन की अवधि लंबी है तो इस से आपका नुकसान ही है. याद रहे लोन अवधि समाप्त होने के करीब है तो फिर फोरक्लोजर चार्ज देना का कोई फायदा नहीं है. इसलिए टाइम टू टाइम किस्त भरकर लोन चुकाना ज्यादा ठीक रहता है.

लोन की प्रीपमेंट करने से सिबिल स्कोर भी होगा. इसके अलावा बैंक खुद को ब्याज राशि के होने वाले नुकसान की भरपाई करने के लिए भी फोरक्लोजर चार्ज वसूलेगी.

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