रांचीः होली की छुट्टी के बाद शुरू हुई बजट सत्र के प्रश्नकाल की कार्यवाही गिरिडीह हिंसा की भेंट चढ़ गई. सूचना के तहत नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आसन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पूरे मामले से सदन को अवगत कराया.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि गिरिडीह के धनवार थाना क्षेत्र के घोड़थंबा में रंग-गुलाल खेल रही युवाओं की टोली को पुलिस ने जबरन रोका. इसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने पेट्रोल बम, पत्थर से हमला बोल दिया. कई दुकानों और गाड़ियों को फूंक दिया लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बाद में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कराया, जिसमें दोनों पक्ष के 40-40 लोगों को नामजद बनाया गया. गिरफ्तारी भी दोनों पक्ष से 11-11 लोगों की हुई। इससे पुलिस की मंशा झलक रही है. लिहाजा, प्रश्नकाल की कार्यवाही स्थगित कर विधि व्यवस्था पर विशेष चर्चा करने की जरूरत है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि होली जुलूस में शामिल लोग खाली हाथ थे. अब पुलिस रात में घरों में घुसकर निर्दोषों को गिरफ्तार कर रही है.
इसपर संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि ऐसे मामलों की चर्चा गृह विभाग के अनुदान मांगों के दिन करना चाहिए. ऐसे मामलों पर राजनीति करना सही नहीं है. वहीं प्रदीप यादव ने कहा कि होली के दिन एकरा मस्जिद और बजरंग दल के लोगों ने एक साथ होली खेलकर मिसाल कायम की है लेकिन गिरिडीह में साजिश के तहत माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई.
मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि पूरे घटनाक्रम का एकपक्षीय चित्रण किया जा रहा है. इस मामले में प्रशासन ने संयम दिखाया था. उस जुलूस में कौन लोग थे जो प्रशासन से हाथापाई कर रहे थे. इस बीच भाजपा के विधायक वेल में हंगामा करते रहे. सरकार के खिलाफ नारेबाजी होती रही.
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल की कार्यवाही चलाने की पूरी कोशिश की लेकिन विपक्ष के हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही 12:00 बजे तक के स्थगित करनी पड़ी