झारखंड में विद्यालय प्रमाणीकरण अनिवार्य किया गया है। प्रमाणीकरण से भागने वाले प्रधानाध्यापकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए यह पहल की जा रही है। पहले चरण के बाद चयनित विद्यालयों को सम्मानित किया जाएगा। बच्चों की 75% उपस्थिति अनिवार्य है और कम उपस्थिति वाले विद्यालय बाहर हो जाएंगे। टीचर्स नीड असेसमेंट भी शुरू हो गया है।
रांची। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने कहा है कि सभी विद्यालयों को प्रमाणीकरण में भाग लेना अनिवार्य होगा। इससे दूर भागने वाले विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए जिलों के पदाधिकारियों की भी जवाबदेही तय होगी।
सचिव गुरुवार को विद्यालय प्रमाणीकरण तथा टीचर्स नीड असेसमेंट की समीक्षा बैठक वर्चुअल मोड में कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विद्यालय प्रमाणीकरण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए पहल है। इस बार इसे संगठित तरीके से लागू किया जा रहा है।
जैसे ही पहले चरण का प्रमाणीकरण संपन्न होगा, उसके बाद राज्यस्तरीय कार्यक्रम आयोजित कर सभी चयनित विद्यालयों को सम्मानित किया जाएगा। राज्य में संचालित सभी 35,000 सरकारी स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से प्रामाणीकरण के दायरे में लाया जाएगा। इससे सभी स्कूलों में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो सकेगी।
सचिव ने कहा कि टीचर्स नीड असेसमेंट और विद्यालय प्रमाणीकरण से घबराने की जरूरत नहीं है। किसी के ऊपर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होगी। मगर विद्यालय इसका ध्यान रखे कि एक बार प्रमाणीकरण हो जाने के बाद भी हालात नहीं सुधरे तो सख्त कार्रवाई होगी।
सचिव ने कहा कि अधिकारी सिर्फ कार्यालयों में न बैठें, फील्ड में जाकर काम करें। उन्होंने साहिबगंज और जमशेदपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारियों की कार्यशैली से नाराजगी जताते हुए कार्यशैली में सुधार लाने के निर्देश दिए।
बच्चों की 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य
विद्यालय प्रमाणीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त बच्चों की 75 प्रतिशत उपस्थिति भी है। ऐसे में जिन विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम है, वे स्वतः ही इस प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे। ऐसे विद्यालय जो प्रमाणीकरण से बाहर होंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
प्रमाणीकरण में कक्षा 1, 9 और 11 के बच्चे नहीं होंगे सम्मिलित
वर्तमान में चल रहे प्रमाणीकरण में राज्य के कक्षा एक, नौ और 11 के छात्र शामिल नहीं होंगे। इन बच्चों का जुलाई के प्रथम सप्ताह में अलग से एक दिवसीय असेसमेंट किया जाएगा। सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों का असेसमेंट पूर्ण होने के बाद विद्यालय के प्रदर्शन का आंकलन होगा।
टीचर्स नीड असेसमेंट में पहले दिन 23 हजार शिक्षकों ने लिया भाग
राज्य के सभी जिलों में गुरुवार से टीचर्स नीड असेसमेंट की शुरुआत हो गई। पहले दिन इसमें 23,000 शिक्षकों ने उत्साह के साथ भाग लिया। इसमें शिक्षकों से सेंटा ऐप के माध्यम से ऑनलाइन 200 प्रश्न पूछे गए। असेसमेंट के लिए तीन घंटे का समय दिया गया था। दो पालियों में यह आंकलन परीक्षा ली गई।