रांचीः झारखंड में 38.44 करोड़ के शराब घोटाला मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो यानी एसीबी ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में जांच एजेंसी द्वारा शिकंजे में लिए गये आरोपियों को गुरुवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है.
एसीबी ने 21 मई को जेएसबीसीएल के पूर्व जीएम (ऑपरेशन्स एंड फाइनांस) सुधीर कुमार, जेएसबीसीएल के वर्तमान जीएम फाइनांस सुधीर कुमार दास और मार्शन कंपनी के प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था. आज तीनों को एसीबी की विशेष अदालत में पेश करने के बाद 3 जून तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
इससे पहले 20 मई को पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव सह पूर्व उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे और संयुक्त उत्पाद सचिव गजेंद्र सिंह को पूछताछ के बाद जेल भेजा गया था. ब्यूरो के सूत्रों का कहना है कि बहुत जल्द सभी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी.
कंपनी के प्रतिनिधि नीरज के अधिवक्ता ने रखा पक्ष
मैशन कंपनी के गिरफ्तार प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह की ओर से पैरवी करने एसीबी कोर्ट पहुंचे अधिवक्ता अबलान पालित ने कहा कि ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजने के लिए कोर्ट में सभी को पेश किया गया. उन्होंने अपने क्लाइंट के खराब स्वास्थ्य की जानकारी दी. बताया कि नीरज कुमार सिंह का ब्लड प्रेशर 220/180 है. डॉक्टर ने ईसीजी कराने की भी सलाह दे रखी है. इसपर न्यायाधीश ने मेडिकल सुविधा मुहैया कराने को कहा है. अधिवक्ता अबलान पालित ने कहा कि नीरज सिंह सिर्फ एक कर्मचारी है. उनका फर्जी बैंक गारंटी बनाने में क्या रोल हो सकता है. लिहाजा, उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है.
एसीबी की जांच में यह बात सामने आई है कि फर्जी बैंक गारंटी बनाकर काम लिए गये थे. ऊपर से शराब बिक्री की पूरी राशि खजाने में जमा नहीं की जाती थी. ब्यूरो के मुताबिक पूरे घोटाले में विभाग के तत्कालीन सचिव विनय कुमार चौबे से लेकर सहायक लेखापाल की भूमिका रही है. प्लेसमेंट एजेंसियों को फायदा पहुंचाने के लिए उत्पाद नियमावली का खुला उल्लंघन किया गया.
मैन पावर सप्लाई करने वाली कंपनी विजन हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज ने 5.35 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी जमा की थी. यह काम कंपनी के प्रतिनिधि नीरज सिंह के स्तर पर किया गया. जबकि मार्शन कंपनी के प्रतिनिधि योगी आचारी ने 5.02 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी दी थी. लेकिन किसी स्तर पर इसकी जांच नहीं कई गयी. इससे स्पष्ट है कि प्लानिंग के साथ पूरा घालमेल किया गया.