जामताड़ा: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान पर गहरी चिंता जताई है. इसके साथ ही उन्होंने पीएम के स्वास्थ्य की जांच करने की इच्छा व्यक्त की है. इरफान अंसारी ने कहा कि वे पीएम मोदी के बयान से सदमे में हैं, जिसमें उन्होंने अपने खून में सिंदूर होने की बात कही थी. स्वास्थ्य मंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा कि वे पीएम मोदी के खून की जांच कर उनके स्वास्थ्य का आकलन करना चाहते हैं.
शनिवार को जामताड़ा में अपने आवास परिसर में आयोजित ‘संविधान बचाओ रैली’ के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने यह बात कही. इस सभा में पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख और वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने भी हिस्सा लिया. सभा में केंद्र सरकार और भाजपा पर संविधान को खतरे में डालने का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा गया.
मीडिया से बातचीत में इरफान अंसारी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री के बयान ने स्तब्ध कर दिया है. उनके खून में सिंदूर कैसे आया, यह एक गंभीर मामला है. मैं स्वास्थ्य मंत्री के रूप में उनकी जांच करवाना चाहता हूं ताकि उनके स्वास्थ्य की स्थिति स्पष्ट हो सके.’ उन्होंने कहा कि संविधान और देश को बचाने के लिए कांग्रेस द्वारा चलाया जा रहा अभियान जनता में उत्साह पैदा कर रहा है.
अंसारी ने आगे कहा, ‘देश का संविधान खतरे में है. संविधान बचेगा, तभी देश बचेगा और आदिवासी, दलित, मुस्लिम, ओबीसी और अपर कास्ट समुदाय सुरक्षित रहेंगे. जनता अपने को ठगा महसूस कर रही है और उनमें भारी आक्रोश है.’ उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रहे संविधान बचाओ अभियान की सराहना की और कहा कि यह जनता के बीच व्यापक समर्थन प्राप्त कर रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री ने पीएम मोदी के स्वास्थ्य को लेकर अपनी चिंता दोहराते हुए कहा, ‘मैं व्यक्तिगत रूप से उनकी जांच और इलाज की व्यवस्था करूंगा, ताकि यह समझा जा सके कि उनके बयान के पीछे की वजह क्या है.’ इस सभा में कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर संविधान के मूल्यों को कमजोर करने का आरोप लगाया और जनता से एकजुट होकर इसका विरोध करने की अपील की.