झारखंड कम्यूनिकेटर्स वर्कशॉप का समापन हो गया. इसमें पत्रकार से लेकर सोशल मीडिया कटेंट क्रिएटर्स समेत कई लोग शामिल हुए. वर्कशॉप में स्टोरी टेलिंग की भूमिका पर चर्चा की गई.
रांची : झारखंड कम्यूनिकेटर्स वर्कशॉप का समापन शुक्रवार को रांची में हुआ. जिसमें राज्य में कॉमन्स (सामुदायिक प्राकृतिक स्रोत) के महत्व के प्रचार-प्रसार में स्टोरी टेलिंग की भूमिका पर चर्चा की गई. 27 और 28 फरवरी को आयोजित इस वर्कशॉप में पूरे झारखंड से आए 92 कम्युनिकेटर्स ने भाग लिया. जिनमें पत्रकार, सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स और विजुअल स्टोरी टेलर्स सहित अन्य लोग शामिल थे.
क्या बोलीं मंत्री दीपिका पांडेय सिंह
मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक संकल्प है. सरकार नीतियों में कॉमन्स के संरक्षण को शामिल कर झारखंड को ज्यादा हरा-भरा और अधिक समृद्ध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. असर सोशल इंपैक्ट एडवाइजर्स और कॉमन ग्राउंड इनिशिएटिव के प्रयासों से इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रभावी रिपोर्टिंग होगी और जन जागरूकता बढ़ेगी.” साथ ही उन्होंने झारखंड के जल, जंगल और जमीन की रक्षा संबंधी सरकार की प्रतिबद्धता को भी बताया.
45 ब्लॉक से आये 24 जिलों के कम्यूनिकेटर्स ने लिया हिस्सा
इस वर्कशॉप में झारखंड के सभी 24 जिलों के 45 ब्लॉक से आए कम्यूनिकेटर्स ने हिस्सा लिया. जो प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, वीडियो, न्यू मीडिया, सामुदायिक रेडियो और स्वतंत्र पत्रकारिता सहित अलग-अलग मीडिया पृष्ठभूमि से जुड़े हुए थे. इसके अलावा आदिवासी समुदाय के लेखकों और आदिवासी कला के चित्रकारों ने भी कार्यशाला में भाग लिया.
झारखंड में कॉमन्स की भूमिका पर भी हुई चर्चा
वर्कशॉप में पत्रकारों को जिला और राज्य-दोनों स्तरों पर कॉमन्स पर आधारित दमदार और प्रभावशाली रिपोर्टिंग से संबंधित उपकरणों के बारे में बताया. प्रतिभागियों ने झारखंड में कॉमन्स की भूमिका और जलवायु परिवर्तन, कृषि, भूमि उपयोग और पारिस्थितिकी तंत्र को पहले के जैसा बेहतर बनाने में कॉमन्स के संबंधों पर चर्चा की. वर्कशॉप का आयोजन कॉमन ग्राउंड और असर सोशल इंपैक्ट एडवाइजर्स ने मिलकर किया और इसमें नागरिक समाज और राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों की सक्रिय भागीदारी रही.