रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा का दो दिवसीय 13वां महाधिवेशन रांची के खेलगांव स्थित शहीद हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम में बने बाबा साहेब भीमराव अंबेडर प्रांगण में होगा. इस बार महाधिवेशन को लेकर झामुमो ने पुख्ता तैयारी की है. शनिवार की शाम पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खेलगांव का दौरा कर सारी तैयारियों का जायजा लिया और कई निर्देश भी देते नजर आए.
महाधिवेशन के मद्देनजर राजधानी रांची के चौक-चौराहों और सड़कों को झामुमो के झंडे, बैनर और बड़े-बड़े बैनर-पोस्टर से पाट दिया गया है. इस महाधिवेशन में झारखंड के अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, असम, तमिलनाडु, गुजरात समेत अन्य राज्यों से भी झामुमो के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
13वें केंद्रीय महाधिवेशन की जानकारी देते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हमारा केंद्रीय महाधिवेशन हम सबके लिए उत्सव की तरह है. इस महाधिवेशन में 3500 से अधिक प्रतिनिधियों का रजिस्ट्रेशन हुआ है. उन्होंने बताया कि महाधिवेशन के पहले दिन महाधिवेशन स्थल पर पार्टी का झंडा फहराया जाएगा और अमर शहीदों को श्रद्धांजलि, संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण, उसके बाद कार्यकारी अध्यक्ष व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का स्वागत भाषण होगा. इसके बाद पहले दिन के पहले सत्र में सांगठनिक रिपोर्ट पेश की जाएगी. दूसरे सत्र में पार्टी की ओर से राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया जाएगा और चर्चा के बाद उसे पारित किया जाएगा.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि महाधिवेशन के दूसरे दिन 15 अप्रैल को नई केंद्रीय कमेटी का गठन किया जाएगा और फिर उस कमेटी द्वारा पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष और पदाधिकारियों के चयन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास पार्टी को गुजरात तक ले जाने का है. उन्होंने बताया कि अधिवेशन में भाग लेने के लिए गुजरात से प्रतिनिधि रांची आए हैं. अधिवेशन के दौरान उनका परिचय भी कराया जाएगा.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि गुजरात में 9.5% से अधिक आबादी आदिवासियों और मूल निवासियों की है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि गुजरात के आदिवासी और मूल निवासी सबसे अधिक शोषित और उत्पीड़ित हैं, इसलिए गुजरात जाकर उनकी आवाज बनना, उनकी लड़ाई लड़ना बहुत महत्वपूर्ण होगा.