Saturday, February 1, 2025

जानिए 11 बजे ही क्यों पेश किया जाता है बजट, वाजपेयी सरकार ने बदली थी परंपरा

Share

 सुबह 11 बजे ही केंद्रीय बजट क्यों पेश किया जाता है. इसके बारे में कई लोगों में मन में जानने की इच्छा होगी. तो बता दें कि वर्ष 1999 से ही सुबह 11 बजे से बजट पेश करने की प्रथा शुरू हुई. इससे पहले शाम पांच बजे बजट पेश किया जाता था.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे केंद्रीय बजट 2025 पेश करेंगी. हालांकि, भारत में हमेशा से बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता रहा था लेकिन 1999 में इसे सुबह 11 बजे पेश किया गया. शाम 5 बजे बजट पेश करने की प्रथा औपनिवेशिक युग से चली आ रही थी.

अंग्रेजों के जमाने की चली आ रही प्रथा के पीछे दो तर्क थे. पहला तो ये यह ब्रिटिश लोगों की सुविधा के अनुसार समय तय किया गया था. चूंकि भारतीय मानक समय (IST) ब्रिटिश ग्रीष्मकालीन समय (BST) से 4.5 घंटे आगे है और ग्रीनविच मीन टाइम (GMT) से 5.5 घंटे आगे है. इसलिए भारत में शाम 5 बजे बजट पेश करने से यह सुनिश्चित होता था कि इंग्लैंड में दिन का समय दोपहर 12:30 बजे या सुबह 11:30 बजे ग्रीनविच मीन टाइम होता था. दूसरा तर्क ये दिया गया था कि बजट तैयार करने में नौकरशाह थक जाते थे. शाम पांच बजे बजट पेश करने से उन्हें आराम करने का समय मिल जाता था.

भारत में केंद्रीय बजट सुबह 11 बजे कब पेश किया जाने लगा?
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में 1999 में इसमें परिवर्तन किया गया. शाम पांच बजे के बदले सुबह 11 बजे बजट पेश करने का समय निधार्रित किया गया. उस समय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा थे. सिन्हा 1998 से 2002 तक भारत के वित्त मंत्री रहे.

इस तथ्य के अलावा कि अब इंग्लैंड के समय क्षेत्र के अनुकूल होने की आवश्यकता नहीं है, सिन्हा ने यह नया परिवर्तन इसलिए किया क्योंकि इससे संसदीय बहस और बजट के आंकड़ों का विश्लेषण करने के लिए अधिक समय मिलेगा. सिन्हा ने पहली बार 27 फरवरी, 1999 को सुबह 11 बजे केन्द्रीय बजट पेश किया था, जिसके बाद से यह प्रथा आज तक जारी है.

Read more

Local News