जमशेदपुरः शहर के ऋत्विक ने यूपीएससी परीक्षा में 115वीं रैंक हासिल की है. उन्हें आईएएस कैडर मिला है. ऋत्विक इससे पूर्व भी यूपीएएससी में सफलता हासिल कर चुके हैं. बेटे की सफलता पर उसके परिजन काफी गौरवान्वित हैं. ऋत्विक के पिता ने बताया कि उनका बेटा आईएएस बनने के बाद अब झारखंड कैडर में अपना योगदान देगा.
कहते हैं अगर मन में जज्बा हो तो सफलता जरूर मिलती है और मेहनत करने वाले को उनकी मंजिल मिल ही जाती है. कुछ ऐसी ही है जमशेदपुर के कदमा रामनगर के रहने वाले ऋत्विक की सफलता की कहानी. 27 वर्षीय ऋत्विक ने यूपीएससी परीक्षा में 115वीं रैंक प्राप्त किया है.
ऋत्विक जमशेदपुर लोयोला स्कूल के छात्र है और 12 वीं में साइंस मे टॉपर रह चुके हैं. ऋत्विक की मां प्रियंका वर्मा स्पर्धा प्रकाशन की प्रकाशक हैं, जबकि पिता वन क्षेत्र पदाधिकारी रह चुके है. ऋत्विक ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई लोयोला स्कूल से करने के उपरांत दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से भूगोल विषय से स्नातक किया था और दिल्ली में ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे,
साल 2019, 2020, 2021 और 2022 में ऋत्विक को यूपीएससी की परीक्षा मे सफलता नहीं मिली, लेकिन वह पीछे नहीं हटे और साल 2023 में ऋत्विक को सफलता मिली और वह आईपीएस बने. जिसके बाद वह सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद में आईपीएस प्रोबेशनर के रूप में ट्रेनिंग ले रहे हैं. फिर एक बार उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है. इस बार उन्हें आईएएस कैडर मिला है.
ऋत्विक की सफलता पर उनके पिता अजय मेहता खुश हैं. लोग उन्हें मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं. पिता अजय मेहता ने बातचीत के दौरान ऋत्विक के आईपीएस से आईएएल बनने के सफर को बताया. उन्होंने बताया कि मां से ऋत्विक को काफी लगाव है. उसकी मां उसे मार्ग दर्शन देती थी. वो खुश हैं कि उनके बेटे को उसकी मंजिल मिल गई है.