हजारीबाग/धनबाद: राज्य में सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश और डीजीपी अनुराग गुप्ता के नेतृत्व में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिला समाहरणालय परिसर में सुबह से फरियादियों ने कार्यक्रम स्थल पहुंचकर समस्या बताई. हजारीबाग के नए समाहरणालय परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आईजी ए विजयलक्ष्मी की उपस्थिति में जिले के वरीय पदाधिकारी कार्यक्रम में शामिल हुए.
कार्यक्रम में फरियादी अपनी समस्या लेकर एसपी अरविंद कुमार सिंह से मुलाकात कर उन्हें आवेदन दिया. सभी के आवेदन सूचीबद्ध किये गए ताकि निर्धारित समय पर समस्या का समाधान किया जा सके. वहीं कई मामलों का ऑन स्पॉट समाधान भी किया गया. हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह ने कहा अधिकतर मामले जमीन विवाद को लेकर आ रहे हैं. मौके पर कई ऐसे मामले हैं जिनका ऑन स्पॉट समाधान करने की प्रक्रिया की जा रही है. एसपी ने आश्वस्त किया कि जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में आए हर एक समस्या का समाधान होगा. आम जनता के लिए कार्यक्रम मील का पत्थर साबित हो रहा है. जहां एक ही मंच पर सभी अधिकारी मिल जाते हैं.
धनबाद जिले के 6 स्थानों में पुलिस जन शिकायत समाधान शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में बाघमारा पुलिस अनुमंडल के सभी थाना का स्टॉल लगाया गया. जहां संबंधित थाना क्षेत्र के लोगों ने अपनी समस्याओं को रखा. वहीं बोकारो रेंज के डीआईजी सुरेंद्र झा ने कहा कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर शिविर का आयोजन किया गया है. जिसमें लोग अपनी समस्याओं को लेकर काफी संख्या में पहुंचे हैं. जिससे साबित होता है कि शिविर के प्रति लोगों में विश्वास बढ़ा है.
पुलिस विभाग से संबंधित शिकायत को तत्काल भी समाधान किया गया है. इसके साथ ही अन्य मामलों का जांचोपरांत समाधान किया जाएगा. कार्यक्रम में साइबर ठगी से बचने को लेकर डीआईजी ने लोगों से अपील की कि अभिभावक अपने बच्चों पर ध्यान दें. उन्होंने कहा कि शॉर्टकट से पैसा आ जाये ऐसे लालच में न पड़े. बच्चे मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं तो अभिभावक इस बात की निगरानी करें कि किसी अनचाहे एप को तो नहीं देख रहा हो.
जिले के निरसा पॉलिटेक्निक में भी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रजत मनिक बाखला के नेतृत्व में जन समस्या समाधान शिविर का आयोजन किया गया. मौके पर पदाधिकारियों ने बताया कि झारखंड पुलिस की ओर से यह बेहद अनूठी पहल की जा रही है. राज्य के 24 जिलों में जन शिकायत निवारण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसके माध्यम से आम जनों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा. कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हर जिले में एक मोबाइल नंबर, एक व्हाट्सएप नंबर और एक ईमेल आईडी जारी किया गया है.
जिसमें लोग किसी भी प्रकार की शिकायत जैसे कि ड्रग्स, महिलाओं से संबंधित, अपराध, साइबर क्राइम, सड़क सुरक्षा और ऐसे मामले जिसमें थाने में कार्रवाई नहीं हो रही है, उसकी शिकायत कर सकते हैं. वे पुलिस से संबंधित किसी भी मामले की शिकायत इन मोबाइल नंबर, व्हाट्सएप और ईमेल या सोशल मीडिया के जरिए कर सकते हैं. एसडीपीओ रजत मानिक बाखला ने बताया कि शिकायतकर्ता को जांच पदाधिकारी के नंबर भी उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि वे अपने मामले की फीडबैक ले सकें.