Sunday, February 23, 2025

छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनाव का अभियान खत्म हो चुका है. तीसरे चरण के मतदान के बाद अब पंचायतों में नई सरकार तैयार होगी.

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PANCHAYAT ELECTIONS OVER IN CG

रायपुर: छत्तीसगढ़ में ग्राम सरकार के लिए पंचायत चुनाव खत्म हो गया है. रविवार को पंचायत चुनाव में तीसरे चरण का मतदान हुआ. उसके साथ ही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव खत्म हो गया. इसमें जनता ने जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य, वार्ड पंच, सरपंच और पंच के लिए वोटिंग की. तीसरे चरण के तहत रविवार को 50 विकासखंडों में वोटिंग हुई.

तीसरे चरण में कितने उम्मीदवारों का हुआ फैसला ?: तीसरे चरण के चुनाव में 30,990 वार्ड पंच और 3,802 सरपंच पद के लिए वोट डाले गए. इसके अलावा 1,122 जनपद पंचायत सदस्य और 145 जिला पंचायत सदस्यों के लिए भी वोटिंग हुई. राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी आंकड़े के अनुसार तीसरे चरण में वार्ड पंच के लिए 76,199, सरपंच के लिए 17,191 उम्मीदवार मैदान में थे. इसके अलावा जनपद पंचायत सदस्यों के लिए 4,659 और जिला पंचायत सदस्यों के लिए 839 उम्मीदवारों की किस्मत बैलेट बॉक्स में कैद हो गई.

Panchayat elections in Chhattisgarh

Chhattisgarh People Voted

तीसरे चरण में कहां कितना हुआ मतदान: छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनाव के तीसरे चरण का मतदान खत्म हो गया. अब वोटिंग प्रतिशत से जुड़े आंकड़े जिला निर्वाचन अधिकारी की तरफ से जारी किए जा रहे हैं.

Panchayat Elections

  1. कोरिया में 69 प्रतिशत से अधिक मतदान
  2. दुर्ग के धमधा ब्लाक में 7 बजे तक 86.63% मतदान
  3. सरगुजा में 75. 44 % मतदान
  4. बीजापुर के भैरमगढ़ जनपद 52.28% वोटिंग
  5. नगरी जनपद पंचायत में 85.88 प्रतिशत मतदान हुआ
  6. दंतेवाड़ा में 67.06 फीसदी मतदान

केरलपापेंदा में आजादी के बाद पहली बार मतदान: सुकमा के केरलापेंदा में आजादी के बाद पहली बार मतदान हुआ है. यहां नक्सली दहशत की वजह से कभी मतदान नहीं हो पाया. आजादी के 75 साल बाद यहां वोटिंग हुई है. केरलापेंदा के ग्रामीणों का यह कदम न केवल स्थानीय लोगों को अपने प्रतिनिधियों का चयन करने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र की मजबूती को भी दर्शाता है.

केरलापेंदा में 20 साल तक राम मंदिर रहा बंद: केरलापेंदा में 20 साल पहले नक्सलियों यहां स्थित राममंदिर को बंद करवा दिया था. यह वही स्थान है जहां भगवान राम ने वनवास के अधिकांश समय व्यतीत किए थे. 20 साल बाद यहां राम मंदिर खुला और सीआरपीएफ कैंप की स्थापना हुई. उसके बाद इस क्षेत्र में वोटिंग हुई. छत्तीसगढ़ त्रिस्तरीय पंचायत के तहत यहां वोटिंग हुई है. आजादी के बाद पहली बार यहां वोटिंग हो पाई है.

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