SVCS वाले लोगों में चेहरे, गर्दन, छाती और बाहों में सूजन, सांस लेने में तकलीफ, खांसी और सिरदर्द जैसे लक्षण हो सकते हैं. पढ़ें खबर…
आजकल जानलेवा बीमारी कैंसर का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. कैंसर कई टाइप के होते हैं, जैसे कि ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, थायराइड कैंसर, स्किन कैंसर, फेफड़े का कैंसर, ब्लड कैंसर आदि. विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, कैंसर से होने वाली मौतों में फेफड़े का कैंसर सबसे बड़ा कारण होता है. अगर फेफड़े के कैंसर के कारणों की बात करें तो स्मोकिंग, पर्यावरण प्रदूषण, फैक्ट्रियों और घरों से निकलने वाला धुआं इसके लिए जिम्मेदार होते हैं. इसके अलावा एस्बेस्टस और पत्थरों की कटाई से निकलने वाले जहरीले पदार्थ भी फेफड़े के कैंसर के लिए जिम्मेदार होते हैं.
इसके साथ ही बता दें, फेफड़ों के कैंसर से सुपीरियर वेना कावा सिंड्रोम (SVCS) नामक एक कॉम्प्लिकेशन हो सकती है. SVCS एक ऐसा सिंड्रोम है जो तब होता है जब सुपीरियर वेना कावा शिरा को अवरुद्ध या संकुचित किया जाता है, जिससे ब्लड फ्लो कम हो जाता है. यह आमतौर पर फेफड़ों के कैंसर के कारण होता है, लेकिन अन्य कैंसर और कुछ मेडिकल कंडीशन भी इसे ट्रिगर कर सकती हैं. SVCS वाले लोगों में चेहरे, गर्दन, छाती और बाहों में सूजन, सांस लेने में तकलीफ, खांसी और सिरदर्द जैसे लक्षण हो सकते हैं.

सुपीरियर वेना कावा सिंड्रोम क्या होता है
ग्लेनेगल्स हॉस्पिटल्स परेल के सीनियर कंसल्टेंट कार्डियोवैस्कुलर और थोरेसिक सर्जन, डॉ. स्वरूप स्वराज पाल के मुताबिक, सुपीरियर वेना कावा एक बड़ी नस है जो सिर, गर्दन, छाती और ऊपरी भुजाओं से खून को वापस दिल तक ले जाती है और यह शरीर की सबसे बड़ी नसों में से एक है. SVC के माध्यम से ब्लड फ्लों में रूकावट को सुपीरियर वेना कावा सिंड्रोम (SVCS) कहा जाता है. यह रुकावट चेहरे, गर्दन या बाहों में सूजन, सांस लेने में कठिनाई, सिरदर्द और छाती की नसों का दिखाई देना जैसे लक्षण पैदा कर सकती है. लक्षणों के आने पर सतर्क रहें और बिना किसी देरी के तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. कुछ रोगियों को रक्त प्रवाह को बहाल करने के लिए रक्त पतला करने वाली दवा या सर्जरी की भी आवश्यकता हो सकती है.

SVCS का कारण
डॉ. स्वरूप स्वराज पाल के मुताबिक, SVCS का सबसे आम कारण कैंसर ट्यूमर है, मुख्य रूप से फेफड़ों का कैंसर, लिम्फोमा या छाती में ट्यूमर जो नस पर दबाव डालते हैं. यह खून के थक्कों या पेसमेकर जैसे उपकरणों से भी हो सकता है. SVCS को रोकना संभव नहीं है, खासकर अगर यह कैंसर के कारण होता है. हालांकि, छाती के ट्यूमर का जल्दी पता लगाना और उसका इलाज करना, और धूम्रपान छोड़ना खतरे को कम करने में मदद कर सकता है.
सुपीरियर वेना कावा सिंड्रोम के लक्षण और संकेत क्या हैं?
सुपीरियर वेना कावा सिंड्रोम के लक्षण आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होते हैं. लेकिन वे जल्दी से खराब हो सकते हैं और मेडिकल इमरजेंसी में बदल सकते हैं, खासकर बच्चों में, यदि आप या आपके बच्चे में लक्षण डेवलप होते हैं, तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.
सुपीरियर वेना कावा सिंड्रोम के सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं.
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक,
- खांसी
- चेहरे या गर्दन में सूजन
- शरीर के ऊपरी हिस्से में भरापन महसूस होना
- हाथों और बाजुओं में सूजन
- सांस लेने में तकलीफ (डिस्पेनिया)
अन्य लक्षणों में कभी-कभी शामिल होते हैं
- त्वचा का नीला पड़ना (सायनोसिस)
- सीने में दर्द
- खून की खांसी
- तेजी से सांस लेना
- आवाज में कर्कशता या बोलने में कठिनाई
- हॉर्नर सिंड्रोम, चेहरे के एक तरफ लक्षण (झुकी हुई पलक, पसीना न आना, एक छोटी पुतली)
- निगलने में परेशानी
- शरीर के ऊपरी हिस्से में नसों में सूजन
सुपीरियर वेना कावा सिंड्रोम का निदान कैसे किया जाता है?
यदि आपमें एसवीसीएस के लक्षण हैं, तो आपका डॉक्टर आपके शरीर के अंदर की तस्वीरें लेने के लिए जांच का आदेश दे सकता है. इमेजिंग टेस्ट यह दिखा सकते हैं कि क्या आपके सुपीरियर वेना कावा पर कुछ दबाव डाल रहा है. इन टेस्ट में शामिल हो सकते हैं…
- छाती का एक्स-रे
- सीटी स्कैन
- एमआरआई
- अल्ट्रासाउंड
आपके डॉक्टर कैंसर का निदान करने के लिए ब्लड टेस्ट या बायोप्सी की भी सिफारिश कर सकता है.