गिरिडीह: जिले के जमुआ में देसी पिस्तौल बनाने का काम किया जा रहा था. इसका खुलासा जिला पुलिस, एटीएस और बंगाल एसटीएफ ने किया है. इसके लिए आरोपी द्वारा बतौर फैक्ट्री लगा रखी थी. यह फैक्ट्री इलाके के एक अर्द्धनिर्मित घर के अंदर चलाई जा रही थी. हालांकि मामले की सूचना गिरिडीह एसपी डॉ बिमल को मिली.
ऐसे में मामले का सत्यापन के लिए एसपी द्वारा टीम का गठन किया और फैक्ट्री का उद्भेदन करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस मामले को लेकर एसपी ने बताया कि सूचना प्राप्त हुई थी कि जमुआ थाना अन्तर्गत ग्राम चपरयामो स्थित मो दयमुद्वीन के घर में अवैध मिनी गन फैक्ट्री संचालित हो रही है. जहां पर देसी पिस्तौल बनाया जा रहा है.
झारखंड एटीएस-बंगाल एसटीएफ का मिला सहयोग
खोरी महुआ एसडीपीओ राजेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में गठित टीम में एटीएस झारखंड और बंगाल एसटीएफ के पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिसकर्मियों को शामिल किया गाय. गठित टीम द्वारा चपरयामो निवासी मो दयमुद्वीन के अर्धनिर्मित मकान में छापा मारा गया. इस दौरान घर से लोहे के 10 पीस अर्धनिर्मित पिस्तौल, 10 पीस लोहे के पिस्तौल का पिछला भाग, 10 पीस अर्धनिर्मित आकार का बट और पिस्तौल बनाने की विभिन्न सामग्री बरामद हुई. छापेमारी के दौरान घटना स्थल से पिस्तौल बनाते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस संबंध में जमुआ थाना एफआईआर दर्ज की गई. कांड में संलिप्त अन्य अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
इनकी आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
छापामारी के दौरान जिन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, उसमें जमुआ के चपरयामो निवासी मो दयमुद्वीन, बिहार के मुंगेर जिसे से मो इमरान, मो सोनू, मो शकील, मो अफरोज और मुंगेर जिला के रूपेश शर्मा को शामिल हैं. इसके साथ ही पिस्तौल के बैरल का हिस्सा 31 पीस, लोहे के पिस्टल तैयार करने हेतु चतुर्भुज आकार का लोहे का टुकड़ा 6 पीस, 39 पीस लोहे का पत्ती, एक बाइक और 17 हजार पांच सौ रुपए बरामद किया गया है.
गिरफ्तार अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में से तीन का आपराधिक इतिहास रहा है. जिसमें से मो सोनू और इमरान के खिलाफ बिहार खुशरूपुर थाना में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है. जबकि मो अफरोज के खिलाफ भी आर्म्स एक्ट के तहत बांका जिला के शंभूगंज थाना में एफआईआर दर्ज है. इस छापामारी टीम में खोरी महुआ एसडीपीओ राजेन्द्र प्रसाद, एटीएस डीएसपी रोहित कुमार रजवार, जमुआ इंस्पेक्टर रोहित महतो, एटीएस के अवर निरीक्षक संदीप बागवार, बंगाल एसटीएफ के पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मी शामिल रहे.