Sunday, February 23, 2025

गिरिडीह में कई नर्सिंग होम में सही व्यवस्था नहीं है. इसके बाद भी वहां मरीजों को भर्ती किया जा रहा है.

Share

Uproar Nursing Home at Giridih

गिरिडीह: जिले के दो अलग-अलग स्थानों पर दो मरीज की मौत हो गई है. अस्पताल में इलाज के लिए समुचित व्यवस्था नहीं रहने के बावजूद गंभीर मरीजों को निजी नर्सिंग होम में भर्ती किया जा रहा है. दो नर्सिंग होम में इलाज के दौरान दो मरीजों की मौत के बाद मामले का खुलासा हुआ है.

जिले में 24 घंटे के अंदर घटित इन दोनों घटनाओं के बाद परिजनों ने हंगामा किया है. पहली घटना धनवार प्रखंड के कोडाडीह स्थित एक अंसारी हेल्थ केयर नाम के नर्सिंग होम की है. जहां एक महिला की मौत हो गई है, जिसके बाद डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा है. जबकि दूसरी घटना गिरिडीह शहर के डोकानिया नर्सिंग होम की है. इस अस्पताल के प्रबंधन द्वारा गंभीर बीमारी से ग्रसित एक मरीज को भर्ती लिया गया. जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया. यहां पर भी चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगा है.

गिरिडीह शहर की घटना की बात करें तो यहां बरमसिया अवस्थित नर्सिंग होम में अरगाघाट-पांडेयडीह रोड निवासी संतोष शर्मा को भर्ती करवाया गया. संतोष के भाई ने बताया कि उनके भाई का पटना में इलाज चलता था. पांच दिन पूर्व उसके भाई के पेट में दर्द उठा तो डॉ नीरज डोकनिया से दिखाया गया. उन्होंने कहा कि पथरी है. फिर पटना जाकर वहां के चिकित्सक से बात करवाने को कहा, ऐसा ही किया गया. इसके बाद डॉ ने लेजर से ऑपरेशन करने की बात कही. शुक्रवार रात उन्होंने भाई को भर्ती करवा दिया. शनिवार रात को ऑपरेशन किया गया. फिर कुछ घंटे के बाद कहा गया कि ब्लड चाहिए. कुछ देर बाद मरीज को आईसीयू में भेज दिया गया. मरीज के परिजनो का आरोप है कि जानबूझकर मरीज के साथ गलत किया गया है.

मंत्री ने पूछा तो डॉक्टर कहने लगे पहले से गंभीर था मरीज


इधर मामले की सूचना पर क्षेत्र के विधायक सह मंत्री सुदिव्य कुमार खुद ही डोकानिया नर्सिंग होम पहुंचे. पहले मृतक के परिजनों से बात की फिर चिकित्सक से संपर्क कर पूरी जानकारी ली. यहां चिकित्सक डॉ नीरज डोकानिया ने मंत्री को बताया कि मरीज पहले से गंभीर था. ऐसे में मंत्री नाराज हो गए. कहा कि जब आपके पास संसाधन नहीं है और मरीज की पूरी हिस्ट्री अपने पटना के डॉक्टर से पता कर ली तो फिर किस आधार पर भर्ती लिया. उन्होंने कहा कि जब मरीज का लिवर खराब था और आप इलाज नहीं कर सकते थे तो फिर भर्ती लेना नहीं चाहिए था.

व्यवसायिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए मरीज के साथ खिलवाड़ उचित नहीं: मंत्री

मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि व्यवसायिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए मरीज के जीवन के साथ इस तरह का खिलवाड़ न तो नैतिक दृष्टिकोण से उचित है और न ही न्यायिक दृष्टिकोण से. उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी को साफ कहा गया है कि परिजन जो भी लिखित शिकायत दें, उसपर कार्रवाई होनी चाहिए. दूसरी तरफ धनवार के कोड़ाडीह स्थित अंसारी हेल्थ केयर में महिला की मौत और उसके बाद लगे आरोप के बाद सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने संचालक के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रहे हैं. जबकि इस नर्सिंग होम के संचालक सलीम अंसारी का कहना मरीज के इलाज में लापरवाही नहीं बरती गई है. हमने मरीज के लिए हर संभव प्रयास किया है.

Read more

Local News