Thursday, April 17, 2025

गांधी मैदान में पान समाज की रैली से बिहार की सियासत में नई हलचल, आईपी गुप्ता ने किया नई पार्टी का ऐलान

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पटना के गांधी मैदान में रविवार को पान समाज ने ऐतिहासिक रैली आयोजित की, जिसमें ई. आईपी गुप्ता ने इंडियन इंकलाब पार्टी के गठन का ऐलान किया. पान समाज की ताकत को अब राजनीति में नया रास्ता मिलेगा, और बिहार की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.

बिहार की राजनीति में नए समीकरण बनने लगे हैं. रविवार को पटना के गांधी मैदान में हुए विशाल जनसमूह के बीच एक नए राजनीतिक दल का ऐलान हुआ. अखिल भारतीय पान महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ई. आईपी गुप्ता ने ‘इंडियन इंकलाब पार्टी’ के गठन की घोषणा करते हुए कहा कि अब तक हाशिए पर रखे गए तबकों की आवाज को सत्ता तक पहुंचाने का समय आ गया है. हजारों लोगों की मौजूदगी में उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह पार्टी सिर्फ चुनाव लड़ने नहीं, बल्कि इतिहास रचने आई है.

‘तांती-ततवा अब चुप नहीं रहेंगे’ — मंच से गूंजा संकल्प

गांधी मैदान की इस महारैली में आईपी गुप्ता ने पुरानी राजनीतिक ताकतों को सीधी चुनौती देते हुए कहा कि जीतन राम मांझी, लालू यादव, नीतीश कुमार या रामविलास पासवान इन सभी नेताओं की राजनीति तभी मजबूत हुई जब उनके समाज ने एकजुट होकर समर्थन दिया. अब जब तांती-ततवा जैसे समाज जाग चुके हैं, जिन्हें न केवल राजनीतिक हाशिए पर रखा गया बल्कि जिनसे उनका आरक्षण भी छीना गया, तो वही समाज अब खुद अपनी राजनीतिक ताकत बनेगा. उन्होंने कहा कि इंडियन इंकलाब पार्टी हर सीट पर मजबूती से उतरेगी और बिहार की राजनीति में आमूलचूल परिवर्तन लाएगी.

महिलाओं की भागीदारी और आरक्षण की लड़ाई को मिलेगा मंच

इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष अनीता गुप्ता ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि पान समाज की महिलाएं अब केवल रसोई तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि वे भी सियासत में निर्णायक भूमिका निभाएंगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह रैली केवल शक्ति प्रदर्शन नहीं, बल्कि वर्षों से बंटे समाज को एक मंच पर लाने की ऐतिहासिक कोशिश है. उनका कहना था कि यह संघर्ष आरक्षण, सम्मान और सत्ता में भागीदारी के लिए है और यह संघर्ष अब थमेगा नहीं.

बिहार में सियासी प्रयोगों की बाढ़, आठ महीने में कई नए दल

गौरतलब है कि बीते आठ महीनों में बिहार की राजनीति में नए दलों के गठन की रफ्तार तेज हुई है. जहां एक ओर प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर को जन सुराज पार्टी का गठन किया, वहीं नीतीश कुमार के पूर्व करीबी आरसीपी सिंह ने ‘आप सबकी आवाज’ नामक नई पार्टी खड़ी की. इसके अलावा पूर्व आईपीएस शिवदीप लांडे ने भी ‘हिंद सेना’ के नाम से सियासी पारी शुरू की है. अब इंडियन इंकलाब पार्टी के आगमन के साथ यह स्पष्ट है कि बिहार चुनाव 2025 में मुकाबला केवल पुराने खिलाड़ियों तक सीमित नहीं रहेगा.

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