फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक चारों बसें जलकर राख हो चुकी थीं. स्थानीय प्रशासन ने बस स्टैंड पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के आदेश दिए हैं. अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
गयाजी. बिहार के गयाजी में राजकीय बस स्टैंड के पास स्थित महारानी बस स्टैंड में खड़ी चार बसों में मंगलवार की देर रात करीब 1:30 बजे अचानक आग लग गयी. इस भीषण आग ने पूरे इलाके में अफरा-तफरी मचा दी. धू-धू कर जलती बसों की तस्वीरें और यात्रियों की चीख-पुकार ने शहर को दहशत में डुबो दिया. आग की लपटें इतनी भयावह थीं कि दूर से ही आसमान लाल नजर आ रहा था. घटना की सूचना पर अग्निशमन दल पहुंचकर करीब चार घंटे में आग पर काबू पाया. महारानी ट्रेवल्स एजेंसी के प्रोपराइटर शशि शंकर उर्फ पप्पू सिंह के अनुसार इस घटना में करीब एक करोड़ रुपये की क्षति हुई है. आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है.
एक के बाद एक चार बसों में लगी आग
जानकारी के अनुसार, एक बस में अचानक धुआं उठने लगा, और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया, जो पास खड़ी अन्य तीन बसों तक फैल गई. आग लगने का सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन शॉर्ट सर्किट या ज्वलनशील पदार्थ की मौजूदगी की आशंका जताई जा रही है. चार बसों के पूरी तरह जलने से करीब एक करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. गनीमत रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, क्योंकि बसें खाली थीं और उस समय कोई यात्री मौजूद नहीं था.
तीन घंटे की मेहनत के बाद बुझी आग
आग की लपटें और धुएं का गुबार देखकर आसपास के लोग दहशत में आ गए. कुछ लोग बसों के पास खड़े होकर इस भयावह दृश्य को देखते रहे, जबकि अन्य ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी. फायर ब्रिगेड की टीम को आग पर काबू पाने में करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. आग की तीव्रता इतनी थी कि दमकल कर्मियों को कई टन पानी की बौछार करनी पड़ी. गयाजी पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है. प्रारंभिक तौर पर शॉर्ट सर्किट को आग का कारण माना जा रहा है, लेकिन पुलिस अन्य संभावनाओं जैसे आगजनी या तकनीकी खराबी की भी पड़ताल कर रही है.
