खूंटी पुलिस ने पीएलएफआई के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. ये सभी रोन्हे जंगल में बैठक कर बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. लेकिन पुलिस अधीक्षक को इसकी सूचना पहले ही मिल चुकी थी
खूंटी जिले के थाना क्षेत्र के रोन्हे जंगल से पीएलएफआई के पांच उग्रवादी को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया गया. गिरफ्तार सदस्यों में इटकी थाना क्षेत्र के तरगढ़ी गांव का पवन कुमार ऊर्फ पवन महतो और करमा बारला, रामगढ़ निवासी सेंटू सिंह, पतरातू थाना क्षेत्र के हेहल बारकाकाना निवासी अभय कुमार सिंह ऊर्फ अमन सिंह और दीपक मुंडा शामिल हैं. दरअसल पुलिस को जानकारी मिली थी कि ये सभी जंगल में बैठक कर बड़ी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग करने वाले हैं
पुलिस को क्या क्या बरामद हुआ
पुलिस को इनके पास से एक कारबाइन (मैगजीन के साथ), एक गोली, छह पीएलएफआई का पर्चा, चार मोटरसाइकिल, पांच मोबाइल फोन और एक बैग बरामद हुआ है. एएसपी क्रिस्तोफर केरकेट्टा ने रविवार को कर्रा थाना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि खूंटी जिले के पुलिस अधीक्षक अमन कुमार को सूचना मिली थी कि रोन्हे जंगल में पीएलएफआई के सदस्यों द्वारा संगठन के विस्तार करने, लेवी मांगने और फायरिंग करके ठेकेदारों के बीच भय उत्पन्न करने के उद्देश्य से बैठक करने वाले हैं.
तीन का पहले से ही रहा था आपराधिक इतिहास
इस सूचना के अलोक में एसडीपीओ क्रिस्टोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. इसके बाद इस टीम ने रोन्हे जंगल में छापेमारी कर पांच पीएलएफआई उग्रवादी को गिरफ्तार कर लिया. इनमें से पवन कुमार ऊर्फ पवन महतो, सेंटू सिंह और दीपक मुंडा का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है. छपामारी टीम में एसडीपीओ क्रिस्टोफर केरकेट्टा के अलावा पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, रनिया थाना प्रभारी विकास जायसवाल, कर्रा थाना प्रभारी मनीष कुमार, जरियागढ़ थाना प्रभारी राजू कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक दीपक कांत और सशत्र बल शामिल थे.