खूंटीः जिला के ग्रामीण इलाके में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक जंगली हाथी ने रविवार की देर रात जरियागढ़ थाना क्षेत्र के नागड़ा गांव में प्रवेश कर गया और एक ग्रामीण को कुचलकर मार डाला. शख्स की पहचान उमेश बारला (33 वर्ष) के रूप में की गई है.
घर में सो रहे शख्स पर हाथी ने किया हमला
परिजनों के अनुसार उमेश रात को घर के कमरे में सो रहा था. इसी क्रम में हाथी दीवार तोड़कर घर में घुस आया और उमेश को घसीट कर घर से बाहर निकाला और सूढ़ से पटक-पटककर बुरी तरह से जख्मी कर दिया. उसके बाद हाथी जंगल की तरफ निकल गया. परिजनों की चीख-पुकार की आवाज सुनकर ग्रामीण अपने घरों से बाहर निकले लेकिन तब तक उमेश बेसुध हो चुका था.
घटनास्थल पर पहुंची वन विभाग की टीम
घटना के बाद ग्रामीणों ने तत्काल वन विभाग को सूचना दी. जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम देर रात मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से उमेश को सदर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी नागड़ा गांव पहुंचे और मृतक के परिजनों को तत्काल 25 हजार रुपये की सहायता राशि दी.
वहीं सूचना पर सोमवार की सुबह जिला परिषद सदस्य जोरोंग आइन्द, भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष विनय गुप्ता सहित कई लोग युवक के घर पहुंचे और परिजनों से घटना से घटना की जानकारी ली. जिला परिषद सदस्य ने खूंटी डीएफओ से दूरभाष पर बात कर पीड़ित परिवार को तत्काल मुआवजा देने का आग्रह किया है.
वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों में रोष
जिला परिषद सदस्य ने कहा कि घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है. लोगों का कहना है कि वन विभाग सिर्फ खानापूर्ति करता है. ग्रामीणों का कहना कि कई बार जंगली हाथियों के द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाया जाता है और घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया जाता है. लेकिन वन विभाग द्वारा किसी प्रकार का मुआवजा नहीं दिया जाता है. महीनों तक लोग विभाग के कार्यालय का चक्कर काटते रहते हैं, पर विभाग की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिलता है.
फॉरेस्टर ने की घटना की पुष्टि
वहीं घटना के संबंध में वन विभाग के जरियागढ़ रेंज के फॉरेस्टर ओम प्रकाश ने बताया कि झुंड से बिछड़ा जंगली हाथी कुछ दिनों से क्षेत्र में विचरण कर रहा है और विचरण के दौरान हाथी घरों को तोड़कर क्षति पहुंचा रहा है. उन्होंने बताया कि उमेश बारला की मौत की खबर के बाद टीम गांव पहुंची. जांच के बाद तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है. जल्द ही कागजी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाएगा.