भारत की महंगाई मार्च में घटकर 3.34 फीसदी पर आ गई जो 67 महीने का निम्नतम स्तर है.
नई दिल्ली: मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत की खुदरा महंगाई मार्च में घटकर 3.34 फीसदी हो गई, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे कम है, क्योंकि खाद्य कीमतों में नरमी जारी है. जो 67 महीने का निम्नतम स्तर है. फरवरी में यह 3.61 फीसदी थी. मार्च लगातार दूसरा महीना है जब खुदरा महंगाई आरबीआई की 4 फीसदी की लक्ष्य दर से नीचे रही.
मार्च में खाद्य महंगाई घटकर 2.69 फीसदी रह गई, जबकि फरवरी में यह 3.75 फीसदी थी. वित्त वर्ष 2025 में अर्थव्यवस्था ने 4.6 फीसदी महंगाई के साथ वर्ष का अंत किया, जबकि वित्त वर्ष 2024 में यह 5.4 फीसदी थी.
भारतीय रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि आने वाले वर्ष में महंगाई और घटकर 4 फीसदी रह जाएगी. अपनी हालिया बैठक में केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने महंगाई के पूर्वानुमान को संशोधित कर 4.2 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दिया.
केंद्रीय बैंक ने पहली तिमाही के लिए अपने पूर्वानुमान को 4.5 फीसदी से घटाकर 3.6 फीसदी कर दिया, और दूसरी तिमाही के लिए भी पूर्वानुमान को पहले के 4 फीसदी से घटाकर 3.9 फीसदी कर दिया.
मार्च में खाद्य महंगाई घटकर 2.69 फीसदी रह गई, जो पिछले महीने 3.75 फीसदी थी. सब्जियों की कीमतों में साल-दर-साल आधार पर 7.04 फीसदी की गिरावट आई, जबकि फरवरी में इसमें 1.07 फीसदी की गिरावट आई थी.
अनाज की कीमतों में फरवरी में 6.1 फीसदी की बढ़ोतरी के मुकाबले 5.93 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि दालों की कीमतों में पिछले महीने 0.35 फीसदी की गिरावट के मुकाबले 2.73 फीसदी की गिरावट आई.